Umriya News: सर्पदंश के बाद झाड़-फूंक करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
उमरिया, 30 जुलाई। बरसात के मौसम में सांप काटने के मामले सामने आने लगते हैं और कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है। अंधविश्वास के चलते गांवों में सांप काटने के बाद लोग तंत्र- मंत्र पर समय खराब करते हैं इसी कारण मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
लगातार ऐसी घटनाओं की जानकारी के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने सीएमएचओ को आदेश जारी किए है। जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटी स्नैक व एंटी रेबीज इंजेक्शन अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। ताकि सांप काटने से होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए पीड़ित व्यक्ति को उपचार जल्द मिल सके।
वहीं मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने आर के मेहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि सांप काटने के बाद अंधविश्वास के चलते ग्रामीणों झाड़ फूंक में अधिक समय बर्बाद कर देते है। जिसके कारण उनके शरीर में जहर फैल जाता है। अधिक समय होने के कारण इंजेक्शन का प्रभाव भी जल्दी नहीं हो पाता है और व्यक्ति की मृत्यु की संभावनाएं बढ़ जाती है।
जिलेवासियों से अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सर्पदंश के बाद उन्हें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में लेकर जाएं और जिले के सभी अस्पतालों में एंटी स्नैक इंजेक्शन उपलब्ध है और अंधविश्वास के चलते झाड़ फूंक के चक्कर में ना पड़े और झाड़ फूंक करने वाले नीम, हकीम और ओझा के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
सांप के काटने पर झाड़ फूंक नहीं, कराएं इलाज
सर्पदंश के बाद पीड़ित को नीम, हकीम और ओझा के पास न ले जाकर निकटतम अस्पताल ले जाएं। यहां इलाज से पीड़ित मरीज की जान को बचाया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने आर के मेहरा ने जानकारी दी कि सर्पदंश के बाद बचाव भी बड़ा कदम होता है। जिस स्थान पर सर्प ने डसा है उस स्थान से शरीर की तरफ जाने वाली नसों को बांध दें। ऐसा करने से सांप का जहर शरीर के अंदर नहीं जाएगा। दवाओं से मरीज की जान बचाई जा सकती है, झाड़ फूंक से जान खतरे में पड़ जाती है।