कर्नाटक: CM येदियुरप्पा के समर्थन में उतरे कांग्रेस नेता एमबी पाटिल, कहा- उनके साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए
बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक से सीएम पद से इस्तीफा देने की खबरों के बीच कर्नाटक की राजनीति में एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। विपक्षी दल के नेता एमबी पाटिल ने बीएस येदियुरप्पा के समर्थन में बयान दिया है।
बेंगलुरु, 20 जुलाई। बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक से सीएम पद से इस्तीफा देने की खबरों के बीच कर्नाटक की राजनीति में एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। विपक्षी दल के नेता एमबी पाटिल ने बीएस येदियुरप्पा के समर्थन में बयान दिया है। एमबी पाटिल जो कांग्रेस पार्टी में लिंगायत समुदाय का बड़ा चेहरा हैं, ने कहा कि सीएम के साथ सबको सम्मान के साथ पेश आना चाहिए। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय के बड़े नेता हैं, यदि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया तो पूरा समुदाय की भावना आहत होगी।
उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा अभी भी एक नेता हैं और यह देखते हुए उनके साथ सभी को सम्मान के साथ पेश आना चाहिए। बता दें कि मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि जल्द ही कर्नाटक का सीएम बदला जा सकता है। माना जा रहा है कि सीएम येदियुरप्पा 26 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा देंगे।
यह भी पढ़ें: शथि थरूर बोले, अगर मोदी सरकार को पेगासस जासूसी के बारे में नहीं पता, तब तो और गंभीर खतरा है
Recommended Video
हालांकि कल दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में येदियुरप्पा ने कहा था कि मीडिया में उनके इस्तीफे को लेकर जो खबरें आ रही हैं वह पूरी तरह निराधार हैं।
हालांकि पाटिल ने यह भी कहा कि वह कांग्रेस पार्टी से एक लिंगायत है और उनके लिए भाजपा के मामलों पर कुछ भी टिप्पणी करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि दियुरप्पा लिंगायत समुदाय के एक बड़े नेता हैं। उनके साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए। मैं ये बिलकुल नहीं कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए, यह पूरी तरह से भाजपा का मामला है। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम येदियुरप्पा स्वास्थ्य कारणों के कारण इस्तीफा देने जा रहे हैं।
पाटिल के कमेंट पर भड़कीं भाजपा नेता मालविका अविनाश
एमबी पाटिल द्वारा बीएस येदियुरप्पा को लेकर की गई बयानबाजी भाजपा प्रवक्ता मालविका अविनाश को बिल्कुल भी रास नहीं आई। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, 'यह उनका मामला नहीं हैं, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे बारी-बारी से बोल रहे हैं, उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, उन्हें ये चिंता करने की जरूरत है कि कांग्रेस में क्या हो रहा है। डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया मैदान में हैं और वे सत्ता में भी नहीं हैं। इसलिए उन्हें भाजपा पर टिप्पणी करने के बजाय अपना घर देखना चाहिए।'