हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री विज बोले- उत्तर भारत की पहली NCDC ब्रांच की स्थापना हमारे यहां ही होगी
अंबाला। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि, उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) की ब्रांच की स्थापना उनके गृहजिले में ही होगी। विज ने कहा कि, अम्बाला के नग्गल में उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की ब्रांच खुलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि, उत्तर भारत में यह अपनी तरह की पहली ब्रांच होगी जहां कई गंभीर, नए रोग एवं वायरस की जांच और उनके आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) की ब्रांच की स्थापना के लिए 2.03 करोड़ रुपये की लागत से जमीन की रजिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग के नाम कर दी गई है और अब भविष्य में एनसीडीसी ब्रांच की स्थापना का कार्य तेजी से हो सकेगा। विज ने यह भी कहा कि, इस ब्रांच में ग्राउंड प्लस 3 मंजिला बिल्डिंग बनेगी, निर्माण पर लगभग 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि, पहले जांच के लिए नमूनों को अम्बाला से दिल्ली स्थित एनसीडीसी व अन्य शाखाओं में भेजा जाता था, मगर अब यहीं पर आधुनिक टेस्ट सुविधा होगी।
स्वास्थ्य
मंत्री
ने
कहा
कि,
एनसीडीसी
ब्रांच
की
स्थापना
के
लिए
नग्गल
में
जमीन
को
चुना
गया
था,
जो
कि
नगर
परिषद
के
अधीन
थी।
उन्होंने
कहा
कि,
यहां
पर
4
एकड़
11
मरले
जमीन
पर
एनसीडीसी
ब्रांच
की
स्थापना
की
जाएगी।
उन्होंने
कहा-
यहां
पर
ग्राउंड
प्लस
तीन
मंजिला
बिल्डिंग
बनेगी
जिसके
लिए
लगभग
14
करोड़
रुपए
खर्च
किए
जाने
की
योजना
है।
इसके
बाद
ब्रांच
में
लगाए
जाने
वाले
विभिन्न
प्रकार
के
उपकरणों
के
लिए
अलग
से
राशि
की
व्यवस्था
की
जाएगी।
मंत्री
बोले
कि,
यह
ब्रांच
विभिन्न
वैक्सीन,
दवाइयों
व
अन्य
नैदानिक
किट
की
उपलब्धता
के
लिए
कार्य
करेगी।
विज
ने
आगे
कहा
कि,
यह
अपने
आप
में
एक
अलग
ब्रांच
होगी
और
इसकी
स्थापना
में
राज्य
व
केंद्र
सरकार
की
संयुक्त
तौर
पर
भूमिका
है।
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मंत्री ने कहा कि, नई बीमारियों की पहचान, विश्लेषण एवं रोकथाम के तरीकों पर कार्य के लिए लैब बनेगी। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक उपकरणों से लैस अत्याधुनिक लैब होगी, जिसमें नई बीमारियों की पहचान, उनके विशलेषण एवं रोकथाम के तरीकों पर कार्य किया जा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, इस लैब में निपाह वायरस, जीका वायरस, रैबीज, जूनाटिक रोग, कोविड-19, ओमिक्रॉन, हेपाटाइटिस के अलावा अन्य गंभीर वायरस की जांच और सभी प्रकार के टेस्ट हो पाएंगे।