देश के नामी इंजीनियरिंग कॉलेज MNNIT में 25 लाख का घोटाला, एकाउंटेंट फरार
Prayagraj news, प्रयागराज। देश के नामी कॉलेजों में शुमार प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) से बड़ी खबर है। यहां के एकांटेंट ने 25 लाख रुपये का घोटाला किया है जोकि फरार हो गया है। पुलिस ने एकांटेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस उसकी लोकेशन तलाश रही है।
तीन साल से कर रहा था खेल
मामला कॉलेज के स्वामी विवेकानंद छात्रावास से जुड़ा हुआ है। यहां के मेस के हिसाब किताब में फर्जीवाड़ा कर एकाउंटेट ने 25 लाख रुपये से अधिक का घोटाला किया है और फरार हो गया है। हालांकि 25 लाख रुपये केवल प्रारंभिक रिपोर्ट में हैं, जांच के बाद इस रकम के बढ़ने की संभावना है। पुलिस के अनुसार एमएनएनआईटी के स्वामी विवेकानंद छात्रावास के वार्डेन ने शिवकुटी थाने में एकाउंटेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जांच की जा रही है। एकाउंटेंट का मोबाइल नंबर बंद और उसका घर पर भी कोई अता पता नहीं है। पुलिस के अनुसार मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के स्वामी विवेकानंद छात्रावास की मेस के पैसों का हिसाब-किताब रखने के लिऐ मनीश मिश्र नाम के एक युवक को रखा गया था। वह प्रयागराज के नवाबगंज इलाके का रहने वाला था। पुलिस जांच में पता चला है कि 2016 से ही उसने हेरा फेरी का काम शुरू कर दिया था और फर्जी हस्ताक्षर कर छोटी-छोटी रकम खाते से निकालनी शुरू कर दी थी। पिछले तीन सालों में 25 लाख से अधिक रुपये उसने इसी तरह फर्जी तरीके से निकाले। पिछले दिनों एक भुगतान को दो बार कराने की कोशिश में उसका फर्जीवाड़ा सामने आ गया। हालांकि खुद को फंसता देख मनीश घर छोड़कर फरार हो गया है।
कैसे करता था काम
वार्डेन प्रो.शिवदत्त कुमार ने बताया कि मनीष कूटरचना करके छोटी-छोटी रकम खाते से निकालता था, जिससे किसी को शक नहीं होता था। फरवरी माह में मनीष ने जो बिल दिया था उसका भुगतान हो चुका था, लेकिन दोबारा बिल लगाने पर उसके उपर मेस संचालित करने वाली कमेटी को शक हुआ। कमेटी ने पुराने चेक और वाउचर निकलवाए तो पता चला दर्जनों बार फर्जी तरीके से खाते से पैसे निकाले गये हैं। पुलिस के अनुसार वार्डन व कॉलेज प्रशासन को फर्जीवाडे की जानकारी दी गयी तो अंदरूनी जांच शुरू हुई। पहल नजर में ही 24,82,620 रुपये फर्जी तरीके से निकालने की रिपोर्ट सामने आई तो तत्काल एकाउंटेंट पर एफआईआर दर्ज कराया गया। लेकिन इसकी भनक मनीश को लगी तो वह फरार हो गया।
पुलिस कर रही है जांच
बड़े कॉलेज से मामला जुड़ा होने के कारण पुलिस भी फौरन एक्शन में आ गई है और आरोपी एकाउंटेंट के घर पर भी दबिश दी गई है। हालांकि वह घर छोड़कर फरार है। थानाध्यक्ष शिवकुटी ने बताया कि जांच चल रही है, ऐसा लग रहा है कि इस काम में उसकी कोई और भी मदद कर रहा था। जांच में सब सामने आ जायेगा। फिलहाल यह साफ हो गया है कि फर्जी हस्ताक्षर बनाकर मनीष खाते से रुपये निकाल रहा था। लेकिन किसी को 3 साल तक पता नहीं चला यह थोड़ा आश्चर्य वाला विषय है। पुलिस ने बताया कि एमएनएनआईटी के सिर्फ इसी छात्रावास में बाहरी एकाउंटेंट को रखा गया, जबकि दूसरे छात्रावासों में संस्थान से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ही रखा गया है। ऐसे में जांच के बाद ही सबकुछ स्पष्ट हो पायेगा। मनीश के कॉल डिटेल भी निकलवाये जा रहे हैं।
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