सिपाही भर्ती 2018: 41520 भर्ती में फर्जीवाड़ा, 165 अभ्यर्थियों का चयन निरस्त
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश पुलिस की 41520 सिपाही भर्ती भी विवादों में आ गयी है। भर्ती में आरक्षित कोर्ट का गलत तरीके से फायदा उठाकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल कर ली है। मामले में भर्ती बोर्ड ने शिकायत बाद एक्शन लिया और 165 अभ्यार्थियों का चयन निरस्त कर दिया है और उनके खिलाफ जांच भी की जा रही है। जबकि संबंधित कोटे से ही नौकरी पाने वाले अन्य 232 अभ्यार्थियों के भी अभिलेखों की जांच कर उनकी भी तहकीकात की जा रही है। जिन अभ्यार्थियों का चयन निरस्त किया गया है, उन सभी ने होगमार्ड कोटे के तहत नौकरी पाई थी।
क्या
है
मामला
उत्तर
प्रदेश
में
41520
पदो
पर
पुलिस
भर्ती
पिछले
वर्ष
शुरू
हुई
थी।
जिसमें
नागरिक
पुलिस
के
23520
पद
पीएसी
के
18000
पद
थे।
बीते
18
फरवरी
को
इसका
रिजल्ट
जारी
किया
गया।
इस
रिजल्ट
में
चयनित
अभ्यार्थियों
को
लेकर
अब
विवाद
सामने
आया
है।
बोर्ड
द्वारा
दी
गई
जानकारी
के
अनुसार
इस
भर्ती
में
क्षैतिज
आरक्षण
के
तहत
397
पदों
पर
होमगार्ड
की
भर्ती
की
जानी
थी।
जिसके
लिए
उम्र
सीमा
न्यूनतम
21
वर्ष
व
आर्हता
में
बतौर
होमगार्ड
कम
से
कम
तीन
वर्ष
की
सेवा
का
अनुभव
होना
आवश्यक
था।
परन्तु
अंतिम
रूप
से
चयन
सूची
जारी
होने
के
बाद
होमगार्ड
कोटे
में
फर्जीवाडा
कर
नौकरी
पाने
की
शिकायत
की
गयी।
जिसके
बाद
जांच
शुरू
हुई
तो
165
अभ्यर्थियों
की
उम्र
21
वर्ष
के
मानक
को
पूरा
नहीं
कर
रही
थी
और
न
ही
वह
होमागर्ड
की
3
वर्ष
के
सेवाकाल
की
आर्हता
को
ही
पूरा
कर
रहे
थे।
जिसके
कारण
उनका
चयन
निरस्त
कर
दिया
गया
है
और
सभी
की
सूची
वेबसाइट
पर
अपलोड
कर
दी
गयी
है।
होमगार्ड
कोटे
से
होगा
चयन
भर्ती
बोर्ड
के
चेयरमैन
राजकुमार
विश्वकर्मा
के
अुनसार
जितने
अभ्यर्थियों
का
चयन
निरस्त
किया
गया
है,
वह
निर्धारित
किए
गये
मानक
को
पूरा
नहीं
कर
रहे
थे।
होमगार्ड
के
लिए
आरक्षित
पदों
में
से
165
जिनका
चयन
निरस्त
हुआ
है
इनकी
उम्र
और
सेवा
अवधि
आर्हता
को
पूरा
नहीं
करती।
अब
उनके
स्थान
पुन:
योग्य
व
पात्र
अभ्यर्थियों
को
मेरिट
के
अनुसार
चुना
जायेगा।
जो
भी
चयन
क्षैतिज
आरक्षण
के
तहत
आरक्षित
397
पदों
पर
होगा
वह
होमगार्ड
कोटे
से
ही
होगा
और
परीक्षा
देने
वाले
अन्य
अभ्यर्थियों
में
से
चयन
प्रक्रिया
पूरी
की
जायेगी।
हालांकि
अब
चयन
सूची
जारी
करने
से
पहले
अभ्यर्थी
का
होमगार्ड
डिपार्टमेंट
से
वेरीफिकेशन
कराया
जायेगा
और
सत्यापन
के
बाद
ही
चयन
होगा।
साथ
ही
जिन
अभ्यर्थी
के
प्रमाण
पत्र
फर्जी
पाये
गये
उनके
विरूद्ध
एफआईआर
दर्ज
करवाकर
कानूनी
कार्रवाई
भी
की
जायेगी।
जबकि
इस
कोटे
से
चयनित
अन्य
232
अभ्यार्थियों
के
अभिलेखों
का
अब
फिर
से
सत्यापन
5
मार्च
को
किया
जायेगा।