राजस्थान : शराब का ठेका हटेगा तो डालेंगे वोट, वरना लोकसभा चुनाव 2019 का करेंगे बहिष्कार
Ajmer News, अजमेर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण में 29 अप्रैल को 13 सीटों पर वोटिंग होनी है। प्रदेश की शेष 12 सीटों पर मतदान 6 मई को होगा। मतदान से पहले अजमेर के मतदाताओं ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है। इसके अलावा सीकर में शराब की दुकान हटवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।
अजमेर की तीर्थनगरी पुष्कर के समीप स्थित ग्राम पंचायत नाला के ग्रामीणों ने पुष्कर एसडीएम ऑफिस का घेराव करके रोष जताया। ग्रामीणों का आक्रोश गांव के मुख्य मार्ग पर खोले गए शराब के ठेके को लेकर था। ग्रामीणों ने एसडीएम देविका तोमर से मुलाकात कर चेतावनी दी कि यदि 24 घण्टे में शराब का ठेका बन्द नहीं करवाया जाता तो सभी ग्रामवासी मतदान का बहिष्कार करेंगे। तोमर ने ग्रामीणों को आश्वासन देकर शांत करवाया।
स्थानीय निवासी सूरज नारायण पाठक ने बताया कि देश की बड़ी शक्तिपीठों में शामिल गायत्री शक्तिपीठ के दरवाजे के सामने यह ठेका चलाया जा रहा है जिससे आस्था को तो ठेस पहुंच ही रही है वहीं यहां पढ़ने वाले बच्चों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि शराबी यहां शराब का सेवन करके महिलाओं से छेड़छाड़ भी करते हैं, इससे महिलाओं में दहशत का माहौल रहता है। एसडीएम देविका तोमर से जब पूरे मामले में बात की गई तो उन्होंने कहा कि ठेका नहीं खुलने दिया जाएगा। इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी से भी बात कर ली गई है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के पर्व में ग्रामीण भी शिरकत करेंगे और उनकी परेशानी को भी दूर किया जाएगा।
शराब ठेके को लेकर ग्रामीण उतरे विरोध में
इधर, सीकर जिले के अजीतगढ़ में शिक्षण संस्थानों के पास शराब का ठेका खोलने के मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीण विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने ठेकेदार और आबकारी विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया और शराब का ठेका अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग को लेकर सीएम और विधायक को ज्ञापन प्रेषित किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह यह ठेका खोला गया है वह आबादी क्षेत्र है। साथ ही यंहा पास में आईटीआई और सरकारी स्कूल है। शराब कस ठेके के पास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे महिलाओं और छात्राओं का निकलना दूभर हो रहा है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि शराब ठेकेदार ने अधिकारियों से मिलीभगत कर नियम विरुद्ध दुकान खोली है। विरोध करने पर ठेकेदार ग्रामीणों को धमकी देता है। इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर नारे लगाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि शीघ्र ही शराब का ठेका नही हटाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।