मरीन कमांडो रखने वाला गुजरात पहला राज्य
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात को जिस विकास की राह पर डाला था वह अब भी जारी है। गुजरात सरकार ने खुद के उपर निर्भर होने की नयी इबारत लिखी है। गुजरात ने अपने समुद्री तटों की रक्षा के लिए खुद ही मरीन कमांडों की एक टीम को बनाया है।
गुजरात का अपने में यह अनोखी पहल है। देश में समुद्री तटों की रक्षा करना नौसेना की जिम्मेदारी होती है। लेकिन गुजरात सरकार ने घुसपैठ और नशीले पदाथरें की तस्करी जैसे विभिन्न खतरों से निपटने के लिए खुद ही मरीन कमांडो की एक टीम बनायी है। इसके माध्यम से गुजरात अपनी 1600 किलोमीटर लंबी समुद्र तट की सुरक्षा के लिए 'जल-थल दोनों में सक्रिय' रहने वाले 1000 मरीन कमांडो की तैनाती की है। इस पहल से महत्वपूर्ण तटीय ठिकानों पर हो रही घुसपैठ और नशीले पदार्थो की तस्करी को रोके जाने में मदद मिलेगी।
गुजरात के अतिरिक्त प्रमुख सचिव (गृह)एसके नंदा की माने तो 50 फीसदी कमांडो की नियुक्ति मौजूदा राज्य रिजर्व पुलिस (एसआरपी) से की जाएगी। जो तट की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाने वाले 1000 कमांडो में से 50 प्रतिशत कमांडो मौजूदा एसआरपी इकाइयों से आएंगे। जबकि शेष 50 प्रतिशत को एक अलग नियुक्ति प्रक्रिया के तहत शामिल किया जाएगा। वे समुद्र और जमीन दोनों पर नजर रखेंगे।