आगरा: लॉकडाउन में आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने की आत्महत्या, परिवार में मचा कोहराम
आगरा। कोरोना महामारी से देशभर में हुए लॉकडाउन से सैकड़ों श्रमिक बेरोजगार हो गए। पेट की आग और परिवार चलाने का बोझ कुछ श्रमिकों पर ऐसा पड़ा कि वे मौत को गले लगाने पर मजबूर हो रहे हैं। ताजा मामला ताजनगरी आगरा का है। थाना क्षेत्र के पिढौरा गांव में रहने वाले युवक ने लॉकडाउन में आर्थिक तंगी के चलते फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
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लॉकडाउन में काम धंधा हुआ चौपट
थाना क्षेत्र के पिढौरा गांव निवासी जयप्रकाश पुत्र सत्येंद्र सिंह कचौड़ी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। परिजनों के मुताबिक, लॉकडाउन के चलते काम धंधा सब चौपट हो गया। आर्थिक तंगी युवक परेशान था। गरीब परिवार के रोजी-रोटी पर संकट आ गया। युवक ने परिवार का पालन पोषण करने के लिए कर्ज लेकर साइकिल खरीदी, कचौड़ी बनाकर गली, मोहल्ला में बेचकर परिवार का भरण पोषण कर रहा था। आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने बुधवार रात में घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिजनों में मचा कोहराम
आनन-फानन में परिजनों ने युवक को उपचार के लिए आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया, जहां उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई। बेटे की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं, पुलिस ने मृतक युवक के शव का पंचनामा भरकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बता दें, आगरा में 100 दिनों में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार के पार पहुंच गया। आगरा जिले में अब तक 1008 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इसके साथ ही आगरा उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां एक हजार से ज्यादा मरीज हैं। यहां सबसे ज्यादा 56 मौतें भी हो चुकी हैं।
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