Agra: यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की असली बीवी कौन? अब पता लगाएगी CBCID
Agra News, आगरा। खबर की हेडिंग पढ़कर आप भी चौंक गए होगे ना, लेकिन यह कोई मजाक नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा जिले (Agra) से ऐसा मामला सामने आया है। यहां यूपी पुलिस के दिवंगत इंस्पेक्टर की असली पत्नी कौन है, इस बात का पता अब सीबीसीआईडी लगाएगी। दरअसल, इंस्पेक्टर की मृत्यु होने के बाद पेंशन के लिए उसकी पत्नी ने आवेदन किया। तो उसे पता कि पेंशन तो कोई दूसरी महिला पहले से ही ले रही है, इस बात को सुनकर वो हैरान रह गई।
इसके बाद दिवंगत इंस्पेक्टर की पत्नी ने एसएसपी से मिलकर इससे पर आपत्ति दर्ज करवाई है। आपत्ति पर पुलिस विभाग ने पेंशन रोक दी है। साथ ही मामले की जांच करने का निर्णय लिया है कि दिवंगत इंस्पेक्टर की असली पत्नी कौन है? जांच की जिम्मेदारी सीबीसीआईडी को दी गई है। फिलहाल यह मामला पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिवंगत इंस्पेक्टर आगरा सीबीसीआईडी में तैनात थे। साल 2016 में रिटायरमेंट के बाद वह प्राइवेट नौकरी करने लगे। सैलरी से घर का खर्चा चलता था।
कुछ महीने पहले उनकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इंस्पेक्टर की मृत्यु के बाद एक महिला ने खुद को उनकी पत्नी बताकर पेंशन लेना शुरू कर दिया। हालांकि, कुछ दिन बाद एक महिला और सीबीसीआइडी कार्यालय पहुंच गई। महिला ने भी खुद को दिवंगत इस्पेक्टर की पत्नी बताया और पेंशन दिए जाने की मांग की। महिला का कहना था कि वो इंस्पेक्टर की पहली और असली पत्नी है। इसलिए पेंशन पर उसका ही हक है। इस पर विभाग के अधिकारी ने साक्ष्य मांगे। महिला ने कहा कि निरीक्षक से वर्ष 1965 में शादी हुई थी। उनके दो बच्चे हैं।
इस पर अधिकारी ने जांच कराई। सर्विस बुक में नाम लिखा था। हालांकि पेंशन लेने वाली महिला का भी यही नाम था। दोनों के नाम एक ही थे। इस पर अधिकारी ने पेंशन लेने वाली महिला को बुलाया। उनका कहना था कि उनसे निरीक्षक ने बीस साल पहले शादी की थी। वह साथ रह रही थीं। उनके भी दो बच्चे हैं। वह असली पत्नी हैं। उनके नाम से आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र है। इनमें दिवंगत निरीक्षक का ही पति के रूप में नाम लिखा है। अब सीबीसीआइडी के जांच अधिकारी ने निरीक्षक के परिजनों को बुलाया है। पेंशन पर रोक लगा दी गई है।
पहले
भी
आ
चुके
है
ऐसे
मामले
पिछले
दिनों
एसएसपी
बबलू
कुमार
के
समक्ष
भी
ऐसे
दो
मामले
आए
थे।
जिनमें
महिला
ने
पति
की
सर्विस
बुक
दिखाने
की
मांग
की।
वह
यह
देखना
चाहती
थी
कि
पत्नी
ने
अपनी
सर्विस
बुक
में
नॉमिनी
किसे
बनाया
है।
ऐसा
ही
एक
मामला
दो
दिन
पहले
आया।
महिला
ने
मृतक
आश्रित
में
नौकरी
के
लिए
आवेदन
किया
है।
पति
की
मौत
हो
चुकी
है।
सास-ससुर
की
आनापत्ति
भी
चाहिए।
महिला
से
कहा
गया
है
कि
वह
उन्हें
भी
बुलाकर
लेकर
आए।
सास-ससुर
आने
को
तैयार
नहीं
हैं।
वे
कहते
हैं
कि
बहू
तो
उनके
साथ
रहती
है।
यह
तो
बेटे
की
बाहर
वाली
है।