'दुर्गा को बचाओ वरना रोज ईमानदारी की लाश पर सियासत का मुजरा होगा'
नोएडा। नोएडा की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन उत्तर प्रदेश में राजनीतिक भूचाल खड़ा दिया है। इमानदार और कर्मठ आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति राजनीतिक साजिश की शिकार हो गई। इस बात का खुलासा समाजवादी पार्टी के नेता नरेन्द्र भाटी ने किया है। नरेन्द्र भाटी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि उन्होंने आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड करवाया। 28 जुलाई को एक जनसभा में भाटी ने कहा कि आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को उन्होंने ही सस्पेंड कराया था।
भाटी ने दावा किया कि उन्होंने दुर्गा के निलंबन के लिए सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह और सीएम अखिलेश यादव से बात की और 40 मिनट के अंदर एसडीएम दुर्गा शक्ति को सस्पेंड कर दिया गया। वीडियो में नरेन्द्र भाटी को कहते हुए देखा जा सकता है। वो कह रहे हैं कि '' माननीय मुलायम सिंह से बात हुई है, 10 बजकर 30 मिनट पर माननीय अखिलेश जी से बात हुई है और 11 बजकर 11 मिनट पर एसडीएम का सस्पेंशन ऑर्डर कलेक्टर के यहां रिसीव हो गया। ये है लोकतंत्र की ताकत।''
वीडियो सामने आने के बाद चारो तरफ विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है। मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने भी विराध जाहिर किया है। उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि '41 मिनट में करा दिया दुर्गा को सस्पेंड' - नरेन्द्र भाटी जी का यह बयान क्या इस बात का साफ संकेत नहीं है, कि सत्ता के मदोन्मत्त ठेकेदार, एक IAS ऑफिसर को किन नजरों से देखते हैं? क्या इस दंभ को तोडना जरूरी नहीं हो गया है? हम लोग पंहुच रहे हैं ग्रेटर नोएडा कलेक्ट्रेट बस थोड़ी ही देर में ... आप भी पंहुचिये, क्योंकि अगर दुर्गा का साथ नहीं दिया गया, तो इसी तरह रोज ईमानदारी की लाश पर सियासत का मुजरा होगा, और हम तमाशबीन बने देखते रहेंगे ... बाहर निकलिए, सच पुकारता है!'