टमाटर से चेहरे लाल, अब रुला रहा प्याज
नयी दिल्ली। आपकी आमदनी बढ़े ना बढ़े लेकिन मंहगाई की मार दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है। टमाटर पहले से लोगों के चेहरे को लाल कर रहा था और अब प्याज लोगों को रुलाने के लिए तैयार हो गया है। प्याज की कीमत पिछले ढा़ई साल में सबसे उंची कीमत पर पहुंच गया है। सीमित आपूर्ति और रमजान के कारण मजबूत मांग ने प्याज के दाम को आसमान पर चढ़ा दिया है।
ढाई साल के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचकर प्याज 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है। दिल्ली और मुंबई में प्याज 30 से 35 रुपए किलो बिक रहा है। टमाटर की बढ़ी हुई कीमत ने पहले ही लोगों की परेशानी में डाल दिया है। टमाटर के दाम 50 से 60 रुपये के बीच चल रहे हैं और अब प्याज के बढ़ते दाम लोगों के आंसू जरूर निकालने शुरु कर दिए है। होटलों में टमाटर और प्याज के कारण बिल में एक्सट्रा चार्ज किया जा रहा है। सलाद से प्याज और टामटर तो मानों गायब ही हो गए है।
एशिया में प्याज के सबसे बड़े थोक बाजार महाराष्ट्र के लासालगांव में प्याज की कीमत पिछले साल के मुकाबले इस साल ठीक इसी समय पहले से पांच गुना बढ़ गए है। यहां प्याज 24 रुपये प्रति किलो मिल रही है। पिछले साल इस समय वहां प्याज की शोक कीमत 4.70 रुपए प्रति किलो थी। दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 30 से 35 रुपये प्रति किलो है और ऐसी आशंका है कि थोक मूल्य में तेजी के बाद इसकी कीमतों में और जबर्दस्त तेजी आएगी।
व्यापारियों और विशेषज्ञों की माने तो सितंबर तक प्याज की थोक कीमत और मजबूत होने की उम्मीद है। दरअसल बरसात के कारण प्याज की आपूर्ति प्रभावित हो ही है तो वहीं किसान भी आगे बेहतर कीमत मिलने की आस में अपने स्टाक को रोक रहे हैं। मंहगाई की मार झेल रही आम जनता पहले से महंगे टमाटर मार झेल रहे हैं जिसकी कीमत 50 से 60 रपये प्रति किलो चल रही है। उत्पादक राज्यों में भारी बरसात के कारण आपूर्ति बाधित होने से यह स्थिति बनी है, लेकिन अब प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को परेशान कर दिया है। खास बात ये भी है कि टमाटर के बिना तो फिर भी लोगों का काम चल जाता है, लेकिन प्याज के बिना खाना पूरा नहीं हो पाता। वहीं जानकार लोगों को सितम्बर तक प्याज के विवेकपूर्वक इस्तेमाल की सलाह दे रहे है।