मुलायम से झाड़ू लगवाकर माया के करीब जाना चाहते हैं बेनी!
[नवीन निगम] बेनी के बयानों से आहत कांग्रेस को जहां कुछ सूझ नहीं रहा हैं, वही राजनीतिक गलियारों में अब खबर साफ होती जा रही है कि बेनी देर सबेर बसपा के हाथी पर सवारी करेंगे। मुलायम के खिलाफ बेनी जितना ज्यादा बोलेंगे वह उतना ही बसपा में सम्मान पाएंगे। वैसे भी सपा बसपा सरकार के दौरान बेनी के बसपा और मायावती से काफी मधुर संबंध थे। मायावती ने भी कभी बेनी बाबू के बारे में अशब्द नहीं कहे। बेनी जहां एक तरफ मुलायम को लगातार अपशब्द कहकर बसपाइयों के दिलों में जगह बना रहे हैं वहीं वह बीच-बीच में राहुल और सोनिया की तारीफ करके कांग्रेस में भी अपने रास्ते खुले रखना चाहते हैं क्योंकि मायावती से अभी उनकी पूरी बातचीत नहीं हुई हैं और बेनी बाबू यह भी चाहते है कि जब तक चुनाव की घोषणा न हो वह मंत्री पद पर आसीन रहकर मंत्री पद का भी सुख भोगते रहे। मुलायम पर उनके बयान उन्हें बसपा में जाने की राह भी बनाते है और कांग्रेस में आला कमान समझता है कि वह कांग्रेस को उप्र में खड़ा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बीच-बीच में राहुल और सोनिया के लिए प्राण देने की बात करके वह प्रदेश के नेताओं को आलाकमान से शिकायत करने का मौका भी नहीं देते हैं।
दरअसल बेनी बाबू की सारी दिक्कतें उनके क्षेत्र बाराबंकी में छुपी हुई है वो इस क्षेत्र में वैसा ही राज चाहते है जैसा राज मुलायम और उनका परिवार इटावा और उसके आसपास या रायबरेली और अमेठी में सोनिया और राहुल गांधी का हैं। वह बाराबंकी पर तभी काबिज रह सकते हैं जब इस क्षेत्र में उनका वोट समीकरण ठीक बैठे। पीएल पुनिया और सपा के अरविंद सिंह गोप ने उनके सारे समीकरण खराब कर रखे हैं इसी के चलते उनका बेटा चुनाव में हार गया था। बेनी प्रसाद वर्मा का अनुमान है कि यदि वह क्षेत्रीय समीकरण को साध ले तो उनके पास आगे चलकर अपने परिवार के लिए बाराबंकी की विरासत छोडऩा आसान होगा। कर्मी वोट वैसे भी कांग्रेस में ज्यादा खुश नहीं है क्योंकि उसे लगता है कि सपा या मुलायम के राज में यादव ज्यादा मलाई खा रहे हैं और कुर्मियों के हाथों में कुछ नहीं आ रहा है। सपा की कांग्रेस से दोस्ती के चलते कुर्मी नेता के रूप में बेनी को दिक्कत हो रही हैं और वह मुलायम को बुरा भला कहकर कुर्मियों की नाराजगी को भी अपने पक्ष में मोडऩे की कोशिश करते हैं।
यह था बेनी का बयान
केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि मुलायम सिंह लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे है, लेकिन वास्तविकता ये है कि वो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के घर झाड़ू लगाने के भी काबिल नहीं है। फैजाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान बेनी ने कहा कि मुलायम सिंह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। पहले उन्हें प्रधानमंत्री के आवास पर सफाई कर्मी की नौकरी के लिए कोशिश करनी चाहिए।
सपा को झूठ और धोखे की बुनियाद पर खड़ी पार्टी का दर्जा देते हुए बेनी ने कहा कि अपने को हमारी सहयोगी मान रही सपा को बहुत जल्द कांग्रेस खत्म कर देगी। सपा के भरोसे पर चल रही यूपीए सरकार के मंत्री उसी की आलोचना कर रहे है। ऐसे में अब मुलायम की नाराजगी जाहिर होनी लाजमी है। इस पूरे झमेले से कांग्रेस ने बेनी के बयान से खुद को अलग कर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि हमें नहीं पता कि बेनी प्रसाद ने इस तरह का बयान दिया है या नहीं। अगर उन्होंने इस तरह का बयान दिया है तो यह काफी दुखद है। कांग्रेस ने माफी मांगते हुए मुलायम सिंह को बड़ा नेता करार दिया हैं।