अजमेर दरगाह के दीवान को शिवसेना ने किया सम्मानित
संजय राउत ने दीवान को सम्मानित करते हुए उन्हें लोगों के लिए मिसाल बताया और कहा कि दीवान ने भारतीय सैनिकों की शहादत को सर्वोपरि रखा और देश के दूसरे मुसलमानों के लिए राष्ट्रभक्ति का अनूठा व प्रेरक उदाहरण पेश किया। शिवसेना प्रतिनिधियों ने उन्हें सम्मानस्वरूप एक तलवार और शॉल भेंट की। सम्मान के बाद दरगाह दीवान जेनुअल आबेदीन ने कहा कि भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला व्यक्ति चाहे कोई भी हो, वह हमेशा उनके खिलाफ रहे हैं और अब भी है। वे अपने बयान पर अब भी कायम हैं। उनकी ओर से पाक पीएम की दरगाह जियारत का बायकाट किसी पार्टी या राजनीति से ताल्लुक नहीं रखता।
इससे पहले भी शिवसेना ने कल अजमेर शरीफ के दीवान को भारत का सबसा बड़ा सम्मान भारत रत्न देने की बात कही थी। शिवसेना ने अपील की थी कि दीवान ने पाक पीएम का विरोद कर बड़ा ही साहासिक काम किया है। उनके इस साहस के लिए उन्हें भारत रत्न सम्मान मिलना चाहिए। गौरतलब है कि अजमेर के दीवान ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार कर भारतीय सैनिकों के सिर काट ले जाने के के खिलाफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ की दरगाह जियारत का बहिष्कार किया था और दरगाह के मौलवियों को पाक पीएम से किसी भी तरह भी तरह का दान देने से मना किया था। दीवान के बहिष्कार के बावजूद पाक पीएम ने अपनी पत्नी और सलाहकारों के साथ दरगाह में चादर चढ़ाई थी। शिवसेना ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा का विरोध किया था।