और गडकरी ने दे ही दिया इस्तीफा..
गडकरी ने फिर से दोहराया कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं, उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, जब तक उनके ऊपर लगे सारे आरोपों की जांच पूरी नहीं हो जाती है और वो पूरी तरह से पाक-साफ साबित नहीं हो जाते हैं तब तक वो पार्टी का कोई भी पद स्वीकार नहीं करेंगे।
गडकरी के चले जाने के बाद से अचानक से पार्टी अध्यक्ष पद के लिए पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह का नाम सबसे ऊपर आ गया है वैसे इस रेस में वंकैया नायडू भी चल रहे हैं। मालूम हो कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव बुधवार को होने वाला है।
आपको बता दें कि नीतीन गडकरी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है उनके ऊपर किसानों की जमीन हड़पने का भी आरोप लगा है जिसके कारण लगातार भाजपा में उनके खिलाफ विरोध के सुर उठ रहे थे। उनको लेकर भाजपा में दो खेमे बन गये थे।
गडकरी के चलते पार्टी में बिखराव ना हो जिसका खामियाजा पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना पड़े इसलिए शायद उनको टाटा-बॉय-बॉय किया गया है। देखना दिलचस्प होगा कि गडकरी के जाने के बाद अब बीजेपी प्रेसिडेंट की कुर्सी किसको मिलती है?