गुजरात के विकास से जलती हैं ममता
24 परगना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुजरात सरकार पर बोलते हुए कहा कि वो समृद्ध है क्योंकि वहां की समपन्नता का राज एनआरआई से मिलने वाला भारी निवेश है। ममता ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा कि मेरे सामने कोई भी गुजरात का बखान ना करे क्योंकि उनकी चमक विदेशी निवेश की वजह से है। दीदी ने गुस्से में ये तक कह डाला कि हम गुजरात की तरह भले ना चमक रहे हो, लेकिन हम उनकी तरह दंगों में शामिल नहीं है। अपनी टिप्पणी में ममता ने कहा कि गुजरात दंगे कर सकता है लेकिन बंगाल नहीं।
ममता ने गुजरात और बंगाल की तुलना एक साथ करने असंतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि हम आबादी में उनसे काफी अधिक है, उनके यहां बंद, जाम और हड़तालें नहीं होती। वो हमारी तरह कर्ज में डूबे नहीं है, इसलिए वो हमशे आगे है। ममता ने बंगाल की बदहाली के लिए पिछली वामपंथी सरकार और केन्द्र को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने कहा कि बंगाल जितना कमाता है उससे कहीं ज्यादा उसे कर्ज का ब्याज चुकाना होता है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्र सरकार से राज्य के कर्ज पर ब्याज को स्थगित करने की मांग की थी, जिसे केन्द्र सरकार ने मामने से इंकार कर दिया था।
गौर करने वाली बात ये है कि केन्द्र के एफडीआई प्रस्ताव का विरोध करने के बाद से तृणमूल कांग्रेस और केन्द्र सरकार के बीच तानातनी चल रही है। ममता ने एफडीआई का विरोध करते हुए केन्द्र सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। जिसके बाद से दोनों के बीच मनमुटाव जारी है। ममता के कर्ज माफी के अनुरोध को ना मंजूर करने के पीछे इसी नाराजगी को वजह माना जा रहा है।