पाक की नापाक हरकत पर भड़का मीडिया जगत
वनइंडिया के पत्रकार अंकुर श्रीवास्तव ने फेसबुक वॉल पर अपना गुस्सा कुछ इस कदर निकाला है, उन्होंने लिखा है कि
पाकिस्तानी सेना की नापाक हरकत ! आक थू ! उन दरिंदों पर नहीं ! अपनी भारत सरकार पर !
"शायद
ये
गोरखधंधे
हैं
,
उस
ऊँचे
वाले
आसन
के
,
वे
सैतालिस
के
नेहरु
थे
,ये
नेहरु
हैं
इस
शासन
के
,
उनको
भी
नोबल
प्यारा
था,इनको
भी
नोबल
प्यारा
है,
तब
भी
भारत
ही
हरा
था
अब
भी
भारत
ही
हारा
है....!"
जिसका समर्थन वनइंडिया के ही पत्रकार अश्वनी सत्यदेव, बिलाल जाफरी, दैनिक पत्र की पत्रकार रंजना वर्मा एवं मीडिया बंधु संचिता चौधरी, शशिकांत मौर्या और पवन प्रकाश ने भी किया है।
यही नहीं फेसबुक पर आम आदमी ने भी अपना गुस्सा निकाला है, धड़ल्ले से फेसबुक पर एक फोटो शेयर की जा रही है, जिसमें लिखा है कि 'कब तक हम शहीदों की चिताओं पर हर बरस खेलेंगे क्रिकेट, कैंडल मार्च भी एक बहाना है.'.इसके अलावा इस फोटो पर और भी बहुत कुछ लिखा है जिसे आप क्लिक करके देख सकते हैं।
कलम का यह गुस्सा सीधे तौर पर देश की प्रणाली पर सच्चाई उठाता है क्योंकि हमेशा शांति और दोस्ताना व्यवहार का राग पीटने वाली भारत सरकार के पास आज जवानों की इस दर्दनाक मौत का जवाब नहीं है, ना ही इस घटना के इतने घंटे बीत जाने के बाद उसने पाक सेना से इस बारे में तल्ख अंदाज में कुछ भी कहा है। जाहिर है उसकी चुप्पी पर सवालिया निशान तो लगेंगे ही।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ के मेंढर सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया है। 48 घंटे में दूसरी बार है कि जब पाक सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया है। इस पूरी गोलाबारी में भारत के दो जवान शहीद हो गये हैं। जो खबरें टीवी पर आ रही हैं उनके मुताबिक भारतीय जवानों के शवों के साथ काफी बुरा बर्ताव किया है। कहा जा रहा है कि पाक सैनिकों ने भारतीय जवानों के सिर को धड़ से अलग कर दिया है। कहा जा रहा है कि पाक सैनिंकों ने नियंत्रण रेखा को क्रास करके पहले हमला किया था जिसका विरोध भारतीय सैनिंकों ने किया था जिसका बदला लेने के लिए पाक सैनिकों ने हमला किया है।