गडकरी नहीं देंगे इस्तीफा, प्रचार के लिए जायेंगे हिमाचल
आपको बता दें कि कहा जा रहा था कि गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप शायद उन्हें दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष ना बनने दें। नितिन गडकरी अपने पद से इस्तीफा दे सकते थे और उनकी जगह भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बैठाया जा सकता था वो भी तब तक के लिए जब तक कि अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो जाता है। लेकिन अब गडकरी को कु्र्सी पर बिठाकर भाजपा ने एक कड़ा फैसला लिया है अब यह उसके पक्ष में है या नहीं यह तो दो राज्यों के चुनाव नतीजों से पता चल जायेगा।
गौरतलब है कि गडकरी के ऊपर अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र में किसानों की जबरदस्ती 165 करो़ड़ रूपये की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है हालांकि गडकरी ने अरविंद केजरीवाल के इन आरोपों को चवन्नी छाप कहकर बेबुनियाद बताया है लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया के नये खुलासे में कहा गया है कि गडकरी के सारे फंड और कंपनी उनके मुनीम और ड्राईवरों के नाम पर है। गडकरी ने कहा है कि वो जांच के लिए तैयार है।