कुक्षेत्र के आयुर्वेद कॉलेज में रैगिंग
फिलहाल बताया जा रहा है कि सात जूनियर छात्रों के साथ यह घटना शनिवार रात 12 बजे घटना हॉस्टल के फस्र्ट फ्लोर पर हुई। रैगिंग का शिकार एक छात्र ने इसकी सूचना पुलिस को भी। मामला गर्माता देख सीनियर ने जूनियर्स से माफी मांगी लेकिन पीडि़त छात्र नहीं माने। इस मामले में सवाल उठ रहा है कि आखिर हॉस्टल के वार्डन कहां थे? यही नहीं, पुलिस के मौके पर पहुंच जाने के बाद भी वार्डन मौके पर नहीं पहुंचे। इससे साबित हो गया कि रात के समय हॉस्टल में कुछ भी हो जाए, वार्डन नहीं आते।
इस घटना ने हॉस्टल प्रबंधन को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उधर देर शाम तक इस मामले को लेकर प्राचार्य की ओर से किसी तरह की कार्रवाई न करना भी मामले को संदिग्ध बना रहा है। हॉस्टल के चीफ वार्डन डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि उनके संज्ञान में रैगिंग का मामला आया है। उन्होंने तुरंत प्रभाव से सीनियर छात्र को निष्कासित करने के लिए वार्डन को निर्देश दे दिए दिए हैं। जिस पर वार्डन ने प्राचार्य को लिखित में निष्कासित करने बारे लिखा है। मामले की कार्रवाई सोमवार को हो पाएगी।