मुलायम सिंह यादव को इंटरनेशनल ज्यूरिसिस्ट पुरस्कार
हालांकि यादव पुरस्कार लेने के लिए वहां मौजूद नहीं थे। न्यायाधीश चौधरी ने यह पुरस्कार ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष लॉर्ड फिलिप से लिया। उन्हें यह सम्मान न्यायपालिका के क्षेत्र में बेतहर प्रशासन और पाकिस्तान में तमाम परेशानियों के बावजूद उनके अथक और साहसिक प्रयासों के लिए दिया गया। न्यायाधीश चौधरी के पुरस्कार लेने से थोड़ी ही देर पहले दो लोग होटल कोर्ट हाउस के सभागार में घुस आए और पाकिस्तान में हुई शिया हत्याओं के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
न्यायाधीश चौधरी ने एक संक्षिप्त भाषण में कहा, पाकिस्तान की न्यायपालिका और न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले वाले पाकिस्तान की आवाम की ओर से मैं धन्यवाद के साथ इस सम्मान को स्वीकार करता हूं। पुरस्कार देते हुए लॉर्ड फिलिप ने प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि प्रदर्शन दिखाता है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अभी भी जीवित है। सम्मेलन में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी बातचीत हुई । इस मुद्दे पर लॉर्ड फिलिप ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का नाम लिए बगैर उनके द्वारा भारत में चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हवाला देते हुए कहा भ्रष्टाचार को मिटाने के सिलसिले में भारत सबसे आगे चल रहा था। अफसोस की बात है ऐसा नहीं हुआ।