बाबा तो कई हैं पर टारगेट सिर्फ निर्मल बाबा क्यों: उमा
जनसभा को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि मैं निर्मल बाबा के पक्ष या विपक्ष में नहीं हूं और ना ही मैं ये कहा रही हूं कि जो हो रहा है वह गलत है या सही लेकिन केवल निर्मल बाबा को ही टारगेट करना उचित नहीं है। उमा ने कहा कि बात जब बाबाओं के समागम की हो रही है तो फिर सभी बाबाओं के बारे में बात होनी चाहिए। उमा ने कहा कि ईसाई धर्म गुरु पॉल दिनाकरन भी तो यही करते हैं। उनका नाम क्यों नहीं लिया जा रहा?
उमा ने कहा कि निर्मल बाबा के समागम पर बहस करने वालों को अन्य धर्मगुरुओं की ओर भी ध्यान देना चाहिए। लोग बड़े मंदिरों में जाकर इसलिए मत्था टेकते और वहां बड़ा चढ़ावा देते हैं, क्योंकि उनके पास इसकी क्षमता होती है। मालूम हो कि निर्मल बाबा को लेकर मौजूदा समय में चर्चा तेज है। निर्मल बाबा पर धोखाधड़ी और आम जनता की भावनाओं से खेलने के आरोप लग रहे हैं। वहीं उनकी संपत्ति को लेकर वह कटघरे में खड़े हैं।