जीजा का आरोप- जनता की भावनाओं से खेल रहे निर्मल बाबा
आपको बताते चलें कि इंदर सिंह नामधारी ने यह स्वीकार किया है कि निर्मल बाबा उनके सगे साले हैं। उन्होंने यह भी माना कि वे शुरुआती दिनों में निर्मल को अपना करीयर संवारने में खासी मदद कर चुके हैं। मीडिया दरबार को उन्होंने बताया कि उनके ससुर यानि निर्मल बाबा के पिता एसएस नरूला का काफी पहले देहांत हो चुका है और वे बेसहारा हुए निर्मल बाबा की मदद करने के लिए उन्हें अपने पास ले आए थे। निर्मल को कई छोटे-बड़े धंधों में सफलता नहीं मिली तो वह बाबा बन गये।
नामधारी ने बताया कि वह खुद विज्ञान के छात्र रहे हैं तथा इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी कर चुके हैं इसलिए ऐसे किसी भी चमत्कार पर भरोसा नहीं करते। इसके अलावा उनका धर्म भी इस तरह की बातें मानने का पक्षधर नहीं है। आपको बातते चलें कि "सिख धर्म के धर्मग्रथों में तो साफ कहा गया है कि करामात कहर का नाम है। इसका मतलब हुआ कि जो भी करामात कर अपनी शक्तियां दिखाने की कोशिश करता है वो धर्म के खिलाफ काम कर रहा है।
नामधारी का कहना है कि ''निर्मल को मैंने कई दफा ये बात समझाने की कोशिश भी की, लेकिन उसका लक्ष्य कुछ और ही है। मैं क्या कर सकता हूं?" नामधारी ने सवाल किया। उन्होंने माना कि निर्मल बाबा अपने तथाकथित चमत्कारों के जरिए जनता से पैसे वसूलने के 'गलत खेल" में लगे हुए हैं जो विज्ञान और धर्म किसी भी कसौटी पर जायज नही ठहराया जा सकता।
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