एयरटेल की 4जी सेवा लांच, 3जी को सिब्बल ने कहा फ्लॉप
परिचालकों ने बैंडविड्थ (3जी स्पेक्ट्रम) हासिल करने के लिए भारी-भरकम राशि खर्च की लेकिन वे पैसे की कमी के कारण अभी आवश्यक बुनियादी ढांचा खड़ा नहीं कर सके हैं। 3जी को देश में कुछ साल पहले शुरू किया गया था। इस उद्योग से जुड़े वैश्विक संगठन जीएसएमए के मुताबिक भारत में 3जी ग्राहकों की संख्या करीब करीब एक करोड़ है जबकि देश में कुल मोबाइल फोन कनेक्शनों की संख्या करीब 90 करोड़ है।
सिब्बल ने कहा कि सरकार दूरसंचार के जरिए लोगों के सशक्तिकरण का प्रयास कर रही है और उसकी भूमिका सिर्फ सुविधा प्रदान करने तक सीमित रही है। उन्होंने कहा हम मई में दूरसंचार नीति की घोषणा कर रहे हैं और सूचना प्रौद्योगिकी व इलेक्ट्रानिक्स नीति इस महीने कभी जारी होगी। एयरटेल द्वारा पेश 4जी एलटीई दूरसंचारन सेवा का के बारे में सिब्बल ने कहा कि यह मूल तौर पर ब्राडबैंड वायरलेस ऐक्सेस (बीडब्ल्यूए) की सुविधा है।
उन्होंने कहा वास्तविक 4जी सेवा तब आएगी जबकि 700 मेगाहर्ट्ज का बैंडविड्थ उपलब्ध होगा। उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में हमें यह मिल जाएगा। उन्होंने दूरसंचार परिचालकों से अपील की वे सुरक्षा प्रणाली को अभेद्य बनाएं ताकि सायबर हमलों से बचा जा सके। उन्होंने कहा सुरक्षा नेटवर्क हमारी दूरसंचारन प्रणाली का अभेद्य हिस्सा होना चाहिए। इसके बगैर हमें खतरा रहेंगे।