सरकारी स्कूल बच्चों को बनाते हैं माओवादी: श्री श्री रविशंकर
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि सरकार को कोई स्कूल नहीं चलाना चाहिए क्योंकि ऐसे स्कूलों में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं होती है जिसके चलते बच्चे हिंसक, उद्दंड और माओवादी बनते हैं। उनके अंदर नक्सली स्वभाव आ जाता है। इसलिए सरकारी स्कूल बंद कर देने चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन की धारा के लिए लक्ष्य ही आदर्श की धारा है।
यही आदर्श हमारे पूर्वजों ने हमें दे रखा है। इंसान में 25% संस्कार ईश्वर की देन होते हैं, 25% अध्यापक देता है, 25% माता-पिता और 25% दोस्तों द्वारा दिए होते हैं। जिनके पास विद्या है, उनका हर जगह सम्मान होता है। बच्चों को स्कूलों में दोस्त भी मिलते हैं। इसलिए किसी भी बच्चे को आदर्श इंसान बनाने के लिए स्कूल का अहम रोल होता है। ऐसे में अगर स्कूल ही सही नहीं होंगे तो बच्चे कैसे अच्छे इंसान बनेंगे। सरकारी स्कूल में खुद नियमों का पालन नहीं होता है इसलिए ऐसे स्कूलों को तुरंत बंद कर देना चाहिए।