अखिलेश के आंदोलन को रौंदने वाले डीआईजी का तबादला
प्रदेश में अधिकारियों के तबादलों का क्रम शुरू हो चुका है। प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों के बाद सरकार ने आज राजधानी के डीआईजी का तबादला कर संकेत दे दिया कि माया सरकार के जो भी करीबी अधिकारी थी सभी एक-एक कर अपने सही स्थान यानि शहर से बाहर भेज दिए जाएंगे। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व बसपा सरकार के खिलाफ सपा के प्रर्दशन को पूर्व डीआईजी डीके ठाकुर व उनके अधिकारियों ने इस बेदर्दी से कुचला था कि कई सपाइयों की गर्दन उनके जूतों के नीचे आ गयी थी लेकिन किसी ने उफ तक नहीं की थी।
मीडिया में खबरें चलने के बाद बसपा सरकार ने अपने वर्दी धारी अधिकारियों के इस अमानवीय व्यवहार पर कोई कार्यवाही नहीं की। अब समय बदल गया है उत्तर प्रदेश में अब सपा का राज है और सपाई जो चाहेंगे वही अधिकारी राजधानी में रहेगा शेष को शहर छोड़कर जाना होगा। इसी क्रम में सरकार ने तीन आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए जिसमें डीके ठाकुर व आशुतोष पाण्डेय के अतिरिक्त मिर्जापुर प्रशिक्षण केन्द्र में तैनात उप महानिरीक्षक भी हैं जिन्हें पुलिस महानिदेशालय से सम्बंद्ध किया गया।