डेविड केमरून चाहते हैं भारत न करे लंदन ओलंपिक का बायकॉट
गौरतलब है कि डाउ कंपनी इस बार के ओलंपिक खेलों की प्रायोजक कंपनी है। इस कंपनी पर भारत में भोपाल गैस त्रासदी मामले में मुकदमा दर्ज है। ऐसे में भारत के खिलाड़ी नहीं चाहते थे कि लंदन ओलंपिक में इस कंपनी को प्रयोजन का मौका मिले। अब ओलंपिक संघ ने इस कंपनी को प्रयोजन का मौका दिया है। जिसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि भारत लंदन ओलंपिक का बायकॉट कर सकता है।
डेविड कैमरून ने कहा कि वे भोपाल त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा मगर खेलों का विरोध करना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस मामले को ओलंपिक संघ एसोसिएशन के पास लेकर जाना चाहिए। अगर भारत लंदन ओलंपिक संघ का विरोध करता है तो यह खेलों के लिए नुकसानदायक होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि खेलों को राजनीति और बिजनेस से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। अपनी तरफ से हम अच्छी तरीके से ओलंपिक खेलों को आयोजित कराने का आश्वासन दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारतीय इन खेलों में जरूर हिस्सा लेंगे।
वैसे ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेना भारतीय खिलाडि़यों के लिहाज से भी बहुत जरूरी है। अगर भारत इन खेलों में हिस्सा नहीं लेता है तो इसका ज्यादा असर इसके आयोजन पर नहीं पड़ेगा। भारत का प्रदर्शन ओलंपिक में कभी भी कुछ खास नहीं रहा है। ऐसे में अगर भारत लंदन ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेता है तो यह उसके खुद के लिए नुकसानदायक होगा।