दिल्ली में जरूरी सामानों के लिए परेशान न हों
गौरतलब है कि देश के प्रमुख श्रमिक संगठन आज देशव्यापी हड़ताल पर हैं। देश की प्रमुख 11 ट्रेड यूनियनों ने बढ़ती महंगाई, सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश तथा सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ इस हड़ताल की घोषणा की है। एटक के महासचिव गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, यह ऐतिहासिक अवसर है कि पहली बार सभी प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ एक साथ आंदोलन का फैसला किया है। दासगुप्ता ने इस संबंध में कांग्रेस से जुड़े इंटक के अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी की सराहना की और उन्हें साझा लड़ाई में महत्वपूर्ण योद्धा बताया। यूनियन नेता ने कहा, करीब 5,000 छोटी बड़ी यूनियनों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। हालांकि, सरकार ने पिछले सप्ताह श्रमिक संघों से हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की थी। श्रम एवं रोजगार मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, वह सभी तरह के श्रमिक संबंधी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार हैं।