बहन जी मुहर हाथी पर लगती है उसके सूंड़ पर नहीं: कुरैशी
उन्होंने कहा कि ऐसे बयान नहीं दिये जाने चाहिए क्योंकि अन्य राजनीतिक दल भी अपने चुनाव चिह्न को प्रदर्शित करने के लिए सरकारी पार्कों में ऐसे मंच की मांग उठा सकते हैं। उन्होंने सवाल दागा, तब हम उन्हें क्या जवाब देंगे। कुरैशी ने चुनाव में सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर उपलब्ध कराने पर बल देते हुए कहा, हम मुख्यमंत्रियों, प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ दल के नेताओं की तस्वीरें दफ्तरों से हटाने को कहते हैं।
यदि वे हटने के लायक नहीं होतीं तब हम उन्हें ढकने को कहते हैं। उन्होंने कहा, क्या केवल इसलिए किसी राजनीतिक दल के चुनाव चिह्न या उसके नेता की प्रतिमा को नहीं ढंका जाए क्योंकि वे आकार में बड़े और भव्य हैं। इतना ही नहीं कुरैशी ने कहा कि मायावती का कहना है कि पार्कों के हाथी और बीएसपी के चुनाव चिन्ह बने हाथी की सूंड में फर्क है। इस बात पर चुटकी लेते हुए कुरैशी ने कहा कि जब नारे लगते है तो सब कहेंगे "मुहर लगाओ हाथी पर"कोई ये नहीं कहेगा "मुहर लगाओ नीचे सूंड़ वाले हाथी पर"।