बिना लाइन, चुटकी में रिचार्ज होगा दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड
डीएमआरसी ने आधुनिक तकनीक वाले एएफसी खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले 7-8 महीने में नए गेट आने शुरू हो जाएंगे। एक ऐसा सिस्टम भी विकसित किया जा रहा है, जिसमें यात्री नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड से भी स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कर सकेंगे। इसके लिए भी डीएमआरसी एड वैल्यू मशीन खरीद रही है। तकनीक को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वर्तमान में स्मार्ट कार्ड निश्चित काउंटर व मशीन और ग्राहक सेवा केंद्र पर नगद पैसे देकर ही रिचार्ज करवाया जा सकता है।
दिल्ली मेट्रो के 61 लाख स्मार्ट कार्ड लोगों ने खरीदे हैं। दैनिक 19 लाख यात्री मेट्रो में सफर करते हैं, जिनमें से 6.5 लाख टोकन की बिक्री होती है, बाकी स्मार्ट कार्ड होल्डर हैं। दिल्ली मेट्रो कांटेक्टलेस स्मार्ट कार्ड व टोकन शुरू करने वाला विश्व का पहला मेट्रो है। स्मार्ट कार्ड व टोकन की लाइफ 50 हजार बार ट्रांजेक्शन या फिर 6-7 साल की है। बस पास की तरह अहस्तांतरणीय नहीं है बल्कि कार्ड परिवार का कोई सदस्य या जानकार इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि एक कार्ड से एक बार में एक ही व्यक्ति सफर कर सकता है।
स्मार्ट कार्ड खरीदते समय यात्री को यह ऑप्शन देना होगा कि टॉपअप की सुविधा चाहिए। उस कार्ड का नंबर सॉफ्टवेयर में फीड कर दिया जाएगा। एक निश्चित न्यूनतम राशि ग्राहक बताएगा कि इससे कम होने पर नया रिचार्ज मेरे अकाउंट से कर दिया जाए। कितने का रिचार्ज करना है यह ऑप्शन भी भरना होगा। यह सब भरने के बाद जब कार्ड यूजर उस गेट के पास कार्ड लगाएगा तो खुद कार्ड रिचार्ज हो जाएगा। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि कार्ड के साथ अकाउंट अटैच होगा या फिर क्या तरीका अपनाया जाएगा। बैंकों से इस बारे में बातचीत चल रही है।
आटोमेटिक स्मार्ट कार्ड रिचार्ज की सुविधा शुरू होने से यात्रियों को रिचार्ज के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। समय की बचत होगी। जबकि मेट्रो प्रशासन को कार्ड रिचार्ज के लिए अतिरिक्त काउंटर या ग्राहक सेवा अधिकारी की संख्या कम करने में मदद मिलेगी।