बेटे को टिकट न मिलने पर बसपा विधायक ने दिया इस्तीफा
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की कैसरगंज विधानसभा क्षेत्र के बसपा विधायक गुलाम खां ने अपने बेटे की टिकट काटे जाने से नाराज होकर आज बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। गुलाम खां ने प्रदेश के बसपा अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य को भेजे अपने इस्तीफे मे बसपा नेतृत्व पर आरोप लगाया है कि उनके बेटे युनूस सलीम उर्फ बाबू खां को पहले टिकट दिया गया और बाद में सिर्फ इसलिए काट दिया गया कि वह मजहब के अनुरुप टोपी पहनते और दाढ़ी रखते हैं।
पत्रा में यह भी कहा गया है कि वह और उनका पूरा परिवार शुरु से ही बसपा के प्रति निष्ठावान रहा है और पार्टी के लिए पूरे मन से काम करते रहे है। जिस आधार पर उनके बेटे का टिकट काटा गया है वह अनुचित है। बसपा विधायक गुलाम खां ने ऐलान किया कि वे कैसरगंज क्षेत्र ने अपने बेटे युनूस सलीम को निर्दलीय प्रत्याशी के रुप मे चुनाव लड़ायेंगे।
वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के गोण्डा सदर विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक मो. जलील खां के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिलाधिकारी राम बहादुर ने आज यहां बताया कि बसपा विधायक कल किसी सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बगैर जमुनियाबाग में जुलूस निकाल रहे थे।
इस संबंध में नायब तहसीलदार राजू कुमार ने कोतवाली देहात में विधायक मो. जलील खां, पूर्व सभासद हाजी मो. जकी सहित पांच लोगों को नामजद करते हुए एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है। गौरतलब है कि बसपा ने विधायक मो.जलील खां को इस बार अपना उम्मीदवार न बनाकर सगीर उस्मानी को प्रत्याशी घोषित किया है।