लखनऊ-नोएडा में मायावती और हाथी की मूर्तियां ढकने का काम शुरु
इस बीच, नोएडा से प्राप्त खबर के मुताबिक, वहां स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर भी बसपा के प्रतीक चिन्ह रूपी मूतिर्यों को ढकने का काम जारी है। ग्रेटर नोएडा में मायावती और हाथी की मूतिर्यों को ढकने का काम कल शुरू हुआ और मायावती के पैतृक गांव बादलपुर तथा गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में बने पार्कों समेत अनेक स्थानों पर यह कवायद की गयी। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी हृदयेश कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में हाथी की सभी 36 मूतिर्यों तथा मुख्यमंत्री की दो प्रतिमाओं को ढक दिया गया है। साथ ही नोएडा प्राधिकरण को भी अपने क्षेत्र में लगी ऐसी मूतिर्यों पर आवरण चढ़ाने के आदेश दिये गये हैं।
उधर, राज्य के मुख्य निवार्चन अधिकारी उमेश सिन्हा ने बताया कि मूतिर्यां ढकने के आदेश दे दिये गये हैं और लखनऊ तथा गौतमबुद्ध नगर के जिला निवार्चन अधिकारियों को उनका अनुपालन सुनिश्चित कराना होगा। इस बीच, मूतिर्यों को ढकने का मामला अदालत में भी चला गया है। धीरज सिंह नामक सामाजिक कायर्कर्ता ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करके कहा है कि हाथी भगवान गणेश का प्रतिरूप है और उसकी मूतिर्यों को ढकने से धामिर्क भावनाएं आहत हो सकती हैं।
सिन्हा ने कहा हालांकि आयोग ने इस काम के लिये 11 जनवरी तक का समय दिया है और जिला प्रशासन आवश्यक सामग्री एकत्र करने के लिये कुछ वक्त ले सकता है लेकिन अगर वह मूतिर्यां ढकने का काम फौरन शुरू करा सकता है तो उसे तुरंत ऐसा करना चाहिये। इस याचिका पर 11 जनवरी को सुनवाई होने की सम्भावना है। गौरतलब है कि विपक्षी दलों की मांगों के बीच चुनाव आयोग ने गत शनिवार को राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने के मद्देनजर जगह-जगह लगी मायावती और उनकी पार्टी के चुनाव निशान हाथी की प्रतिमाओं को ढकने का आदेश दिया था। मुख्य निवार्चन आयुक्त एसर्वाइ कुरैशी ने इस फैसले पर जल्द से जल्द अमल करने की हिदायत दी थी।