कांग्रेस-रालोद गठबन्धन ही जीतेगा विस चुनाव: बेनी
यही नहीं उन्होंने प्रदेश विस चुनाव के बाद क्या समीकरण बनेंगे, इस पर चर्चा की और कहा कि समाजवादी पार्टी को पचास से ज्यादा सीटें नही मिलेगी। बहुजन समाज पार्टी को करीब एक सौ तथा भारतीय जनता पार्टी को पच्चीस-तीस सीट ही मिलेंगी। पूर्ण बहुमत कांग्रेस-रालोद गठबंधन को ही मिलेगा। कांग्रेस में टिकट के बंटवारे को लेकर चल रहे विरोध के सवाल पर श्री वर्मा ने कहा कि अन्तरविरोध स्वाभाविक है।
टिकट वितरण को लेकर लोगों की नाराजगी जल्द ही दूर हो जायेगी। उन्होंनें पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपनी बात पार्टी मंच से ही उठाने की अपील की। उन्होंनें इस बात से भी इन्कार किया कि इस्पात मंत्रालय के बहाने वह अपने प्रचार में लगे हैं श्री वर्मा ने कहा कि यदि किसी को ऐसा लगता है तो वह गलत है।
श्री वर्मा ने राज्य के चार हिस्से पूर्वांचल, पश्चिम प्रदेश, अवध प्रान्त और बुंदेलखंड में विभाजन और विधानमंडल के आगामी सत्र में इसके लिये प्रस्ताव पारित कराने की मायावती की घोषणा को राजनीतिक हथकंडा बताया और कहा कि वह राज्य की जनता को मूर्ख बना रही राज्य में घटते जनाधार को बचाने के लिये सुश्री मायावती ने यह राजनीतिक दांव खेला है।
उन्होंने दोहराया कि यदि वह इस मसले पर गंभीर हैं तो इसके लिये पिछले साढ़े चार साल में कोई प्रयास क्यों नहीं किया। राज्य विभाजन के प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से अब तक आन्दोलन को न किये न पर उन्होंने विपक्ष को नकारा करार दिया। उन्होंनें कहा कि उससे इस सरकार के खिलाफ किसी आन्दोलन की उम्मीद नहीं की जा सकती।