बंद नहीं होगी किंगफिशर एयरलाइंस: विजय माल्या
गौरतलब है कि दूसरी तिमाही में कंपनी का घाटा पहली तिमाही से बढ़कर डबल हो गया है। 30 सितंबर को समाप्त हुई दूसरी तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 468.66 करोड़ का हो गया है। जिसके बावजूद भी विजय माल्या ने कहा है कि उन्होंने सरकार या बैंकों से किसी तरह की मदद की गुहार नहीं की है। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शुक्रिया भी किया जिन्होंने घाटे में चल रही किंगफिशर एयरलाइंस को बेलआउट पैकेज देने का प्रस्ताव विजय माल्या को दिया था।
विजय माल्या ने कहा कि सरकार द्वारा लगाया जाने वाला टैक्स भी एविएशन सेक्टर में घाटे की वजह है। उन्होंने एविएशन सेक्टर में विदेशी पूंजी के निवेश की भी मांग की। माल्या ने कहा कि जब सरकार बाकी सभी सेक्टर में विदेशी पूंजी की मंजूरी दे चुकी है तो फिर एविएशन सेक्टर में इसे मंजूरी मिलनी चाहिए। इसके अलाव विजय माल्या ने यह भी कहा कि प्राइवेट एयरलाइंस कंपनियों के लिए घाटे वाले रूट पर उड़ाने जारी रखना मुश्किल है।
इस समय हवाई रूट को 3 प्रमुख हिस्सों में बांटा जाता है। जिसमें कैटेगेरी1, कैटेगरी 2 और कैटेगरी 3 में बांटा गया है। इसके अलावा एक कैटेगरी 2ए भी है जिसमें उड़ाने जम्मू सहित अंडमान निकोबार की तरफ जाती हैं। विजय माल्या का कहना है कि सरकार को इन घाटे वाले रूट पर प्राइवेट एयरलाइंस के लिए उड़ाने जारी रखना जरूरी नहीं करना चाहिए। इस मौके पर विजय माल्या ने सस्ती एयरलाइंस एयरलाइंस रेड को भी बंद करने के संकेत दिए हैं।