दयानिधि मारने के ठिकानों पर छापे
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि 2जी मामले में पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन की संलिप्तता की सम्भावना से सम्बंधित प्राथमिक जांच पूरी हो चुकी है और प्राथमिकी दर्ज कर ली जाएगी। सूत्रों के मुताबिक एयरसेल मामले में मारन के शामिल होने के सिलसिले में ये छापे मारे गए हैं। सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक जानबुझकर एयरसेल को लाइसेंस देने मे देरी की गई थी। ताकि मेक्सी को फायदा मिल सके।
हालांकि इस मामले में ह रिलायंस-एडीएजी के चेयरमैन अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना को सीबीआई ने राहत दे दी है। . सीबीआई ने साफ तौर पर कहा था कि उसे इस आशय का कोई सबूत नहीं मिला है कि अनिल और टीना अंबानी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि रिलायंस के कई अधिकारी अभी भी जेल में हैं। लेकिन राजा समेत कई सांसद अभ भी जेल में हैं। इस बीच एक पत्रिका ने दावा किया है कि उसके पास पक्के सबूत हैं कि पी. चिदंबरम ने 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की वकालत करने वाले वित्त मंत्रालय के अधिकारियों की अनदेखी अकेले नहीं की थी। मिलीभगत ऊपर तक थी। सर्वोच्च न्यायालय ने 29 सितंबर को कहा कि असाधारण चूक यदि जानबूझकर हुई है, तो वह अक्षम्य है. 2जी स्पेक्ट्रम के मूल्य को लेकर वित्त मंत्रालय की जो फाइल अदालत को सौंपी गई थी. उसके कुछ पन्ने गायब थे।