दिल्ली धमाका में मिला एक और मेल, अब अहमदाबाद में होगा धमाका!
हालात से चिंतित प्रधानमंत्री ने कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक बुलाकर समीक्षा की और न्यायिक बिरादरी में मचे हड़कंप के मद्देनजर गृह मंत्री पी चिदंबरम तथा कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को सुप्रीम कोर्ट समेत सभी हाई कोर्ट की सुरक्षा चाकचौबंद करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। पांच माह में लगातार तीन आतंकी हमले के बाद आलोचनाओं में घिरे चिदंबरम ने अपने बचाव में दलील दी कि सभी आतंकी हमले रोक पाना संभव नहीं है।
मीडिया से मुखातिब हुए चिदंबरम के पास जांच में प्रगति के बारे में बताने के लिए कुछ खास नहीं था। उन्होंने स्वीकार किया कि जांच एजेंसियों को फिलहाल ठोस सुबूत नहीं मिले हैं, पर उन्हें उम्मीद की कुछ किरणें जरूर दिख रही हैं। किश्तवाड़ के साइबर कैफे से हमले की जिम्मेदारी लेने वाले हुजी का ईमेल भेजने वाले को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
गृह मंत्रालय के लिए चिंता के सबसे बड़े सबब आइएम के ईमेल हैं। आइएम ने पहले गुरुवार को दिल्ली में 13 सितंबर को किसी शापिंग माल में विस्फोट करने की धमकी वाला मेल भेजा था। जबकि शुक्रवार को मास्को से दूसरा और फिर शाम को किसी अज्ञात स्थान से तीसरा ईमेल भेजा गया। मास्को से कूट भाषा में भेजे गए आईएम के दूसरे ईमेल के बारे में तीसरे ईमेल द्वारा स्पष्ट किया गया है कि यह सही है और अगला धमाका अहमदाबाद में भीड़भाड़ वाली जगह में ही होगा।
इसके बारे में पता करना एनआइए और दिल्ली पुलिस के लिए टेढ़ी खीर है। इसे रोक सकते हो तो रोक लो। यह मेल इंडियन मुजाहिदीन के छोटू की तरफ से भेजा गया है। इन ईमेल को सरकार ने गंभीरता से लिया है। गृहमंत्री चिदंबरम ने दिन में गुजरात समेत सभी राज्यों को नए सिरे से एडवाइजरी जारी की है। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति वाली जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया। दिल्ली हाई कोर्ट धमाके के आरोपियों तक पहुंचने के लिए सरकार की व्याकुलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एनआइए की 20 सदस्यीय जांच टीम और 17 सदस्यीय सहयोगी टीम के बाद शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने भी 200 पुलिस कर्मियों को जांच में लगा दिया है।