उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार: सपा
सपा ने कहा कि प्रदेश में सर्वाधिक भ्रष्टाचार है। फलस्वरूप बाहर से पूंजीनिवेश के मामले में यह प्रदेश फिसड्डी हो गया है। उद्योगधंधे ठप्प हैं। बिजली उत्पादन के नाम पर झूठे समझौते किए गए हैं। पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश में झूठ-लूट के सहारे शासन चलाया जा रहा है। जनता के हित में नहीं बल्कि मु यमंत्री मायावती की वाह-वाही पर सरकारी खजाने से करोड़ो रूपये लुटाये जा रहे है।
चौधरी ने कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सूचना आयुक्त एक महत्वपूर्ण तंत्र है। इस संस्था को भी प्रदेश में सरकारी तंत्र का हिस्सा बना दिया गया है। सपा ने यह भी आरोप लगाया कि बसपा सरकार ने मु य सूचना आयुक्त और छह सूचना आयुक्तों की नियुक्तियों में मनमानी की है। चयन में नियमानुसार नेता विरोधी दल की स्वीकृति ली जानी चाहिए थी लेकिन इस सरकार ने उनकी उपेक्षा की।
प्रदेश में भ्रष्टाचार का उदाहरण बनी इस सरकार के लगभग आधादर्जन मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त के यहां भी जांचे चल रही है। कुछ के दोष सिद्ध भी हो चुके हैं। इन आरोपों के बावजूद दोषी मंत्रियों को मु यमंत्री ने क्लीनचिट बांट रखी है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ विधायकों के खिलाफ अदालती वारंट है परन्तु सरकार के रूख को देखकर पुलिस उन्हें गिर तार नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थिति यह है कि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रखनेवाली सभी संस्थाओं को निष्क्रिय और अप्रभावशाली बना दिया गया है। मायावती पर सीधा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बसपा सरकार की मंशा भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाने की नहीं, इसको खुला विस्तार देने की है। मुख्यमंत्री ने हर निर्माण कार्य और विभागों से जबर्दस्त वसूली की है। नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में अरबों रूपयों की बर्बादी का चिठ्ठा दर्शाया गया है।