भूमि अधिग्रहण पर अपने ही घर में घिर गई मायावती
अगर आप इस गांव को अब भी न पहचान पाए हों तो हम आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं मायावती के गांव बादलपुर की। यहां के किसान मायावती के भूमि अधिग्रहण के खिलाफ इलाहाबाद की शरण में पहुंचे हैं। हलाहाबाद हाईकोर्ट अब इनकी याचिका पर सुनवाई 17 अगस्त को करेगा। इस याचिका पर भी सुनवाई 17 अगस्त को की जाएगी जिस दिन न्यायमूर्ति अमिताभ लाला व न्यायमूर्ति अशोक श्रीवास्तव की खण्डपीठ नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अन्य किसानों की भूमि अधिग्रहण मामले में भी फैसला सुनाएगी।
गौतमबुद्धनगर स्थित सुश्री मायावती के बादलपुर गांव से भी लगभग 50 किसानों गलत तरीके से किए गए भूमि अधिग्रहण को चुनौती दी है। बादलपुर के गांव वालों का कहना है कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि मायावती अपने ही गांव वालों के खिलाफ इस तरीके से गलत भूमि अधिग्रहण कराएंगी। उन्होंने पहले तो यह फैसला किया कि वह इस अधिग्रहण का विरोध नहीं करेंगे लेकिन इस अवैध अधिग्रहण की वजह से उनकी जमीनें कौडि़यों के भाव बिक रही थीं इस वजह से उन्होंने कोर्ट जाने का फैसला किया।