स्पीक एशिया के सीओओ हिरासत में, निवेशकों में हड़कंप
जनता की जेब से कई करोड़ रुपए अंदर कर चुकी सर्वे कंपनी स्पीक एशिया के सीओओ को क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार रात इंदौर से हिरासत में लिया। यहां से टीम उन्हें मुंबई ले गई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही विभाग की एक अन्य टीम दस्तावेजों व खातों को खंगाल रही है। कोर्ट से स्टे मिल चुका है, लिहाजा बाजपेयी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। हम आपको बता दें कि कंपनी के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, इंदौर, समेत कई शहरों में स्पीक एशिया के खिलाफ मामले दर्ज हैं।
सीओओ के हिरासत में लिये जाने के बाद से निवेशक काफी हैरान-परेशान दिख रहे हैं। क्योंकि तमाम आरोप लगने व रिजर्व बैंक द्वारा अकाउंट फ्रीज़ किये जाने के बाद निवेशक काफी परेशान हो गये थे। तभी कंपनी ने अपने निवेशकों को ईमेल और एसएमएस के जरिये भरोसा दिलाया कि कंपनी कहीं भागेगी नहीं, निवेशकों का पैसा डूबेगा नहीं। कुछ दिन की जांच-पड़ताल के बाद सभी का पैसा मिलेगा।
यही नहीं कंपनी ने इस बीच अपनी सदस्यता के नियमों में भी परिवर्तन किया, जिसके बाद लोगों का विश्वास पहले से ज्यादा हो गया। पहले जहां बिना किसी हस्ताक्षर या कागजात के लोग सदस्य बन जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब आपको अपनी फोटो, पैन कार्ड की कॉपी, आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, आदि देना होगा। उसके बाद ही आप सदस्य बन सकते हैं। नये नियमों के अंतर्गत अब पैसे का लेन-देन कंपनी और निवेशक के बीच सीधे तौर पर होगा, कोई बिचौलिया या अन्य सदस्य बीच में नहीं पड़ेगा।
दो महीने पहले अकाउंट फ्रीज होने के बाद भी निवेशक अपने सर्वे पूरे करते हुए कंपनी को भेजते रहे। कुछ निवेशकों को कंपनी ने भुगतान भी किया। लेकिन अब सीओओ के हिरासत में लिये जाने के बाद यही निवेशक फिर से परेशान हो गये हैं। निवेशकों को लग रहा है कि यदि अगर स्पीक एशिया के खाते डीफ्रीज़ नहीं किये गये, तो क्या होगा।