महासमाधी में समा गए सत्य साईं बाबा
आश्रम के अंदर जैसे ही अंतिम संस्कार शुरू हुआ, प्रशांति निलयम के बाहर पुलिस कर्मियों ने बाबा को बंदूकों की सलामी दी। बाबा के भतीजे आरजे रत्नाकर ने पार्थिव शरीर पर 9 नदियों से लाये गये पवित्र जल छिड़कने जैसी परम्पराएं पूरी की। अंतिम संस्कार में बाबा के पारिवारिक सदस्यों, सत्य साईं केंद्रीय न्यास के सदस्यों व अधिकारियों, बाबा के करीबी शिष्यों और विशिष्ट व्यक्तियों सहित केवल 600 लोग हिस्सा लिया।
इसके पहले भारतीय जनता पार्टी वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटील, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन, मुख्यमंत्री एन.किरण कुमार रेड्डी, पूर्व मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू और आंध्र प्रदेश व कर्नाटक के कई मंत्रियों ने बाबा को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
अंतिम संस्कार के बाद दोपहर करीब 12 बजे आम लोगों के लिए शांति निलयम के द्वारा खोल दिये गये, ताकि लोग महासमाधी के दर्शन कर सकें। इस समय कुलवंत हॉल में भक्तों का तांता लगा हुआ है। बाबा के महासमाधी के दर्शन के लिए करीब 4 किलोमीटर लंबी कतारें लगी हुई हैं।