न्यूजीलैंड में भूकम्प से भारी तबाही, 65 मरे (लीड-4)
मीडिया की रिपोर्टों में बताया गया कि भूकम्प से क्राइस्टचर्च में भारी तबाही हुई है। यहां की सभी इमारतें गिर गई हैं, पानी की आपूर्ति करने वाली पाइप फट गई हैं। जगह-जगह बिजली के खंभे उखड़ गए और सड़कों में दरारें पड़ गईं।
एक टेलीविजन रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भूकम्प से मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो सकती है।
समाचार चैनलों ने की रिपोर्टो में जमींदोज हुईं कई इमारतों की तस्वीरें दिखाई गईं। भूकम्प के झटके दिन के 12.51 बजे महसूस किए गए। इस समय शहर में भारी संख्या में दुकानदार, कर्मचारी और स्कूली छात्र दोपहर के भोजन के लिए जुटे थे।
प्रधानमंत्री जॉन की ने आगाह किया है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। आपदा के बाद क्राइस्टचर्च पहुंचे प्रधानमंत्री ने 'वन न्यूज' वेबसाइट से कहा कि यह भूकम्प देश के इतिहास में 'काला दिन' साबित होगा।
समाचार पत्र 'न्यूजीलैंड हेराल्ड' ने क्राइस्टचर्च के निवासी जेडिन कैटेनी के हवाले से बताया, "कस्बे में रहने वाले हमारे दोस्तों ने फोन पर बताया कि हर तरफ शव पड़े हैं। दुकानों के बाहर मलबों में शव पड़े हुए हैं।"
कैटेनी ने कहा, "जब भूकम्प आया उस समय घर में रखी सारी चीजें गिर गई। यह पिछले भूकम्प की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक था। सड़कों पर यातायात ठप्प हो गया है।"
उन्होंने कहा, "सभी लोग रो रहे हैं। काफी भयावह स्थिति बनी हुई है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते।" अधिकारियों ने आपातकालीन जैसी स्थिति की घोषणा कर दी है।
क्राइस्टचर्च की एक अन्य निवासी जेनी स्मिथ ने समाचार पत्र को बताया कि लोग एक दूसरे की सहायता कर रहे हैं। स्मिथ ने कहा, "भूकम्प के कारण लोगों की मौतें हुई हैं। शवों को क्षतिग्रस्त बसों से बाहर निकाला जा रहा है।"
क्राइस्टचर्च के मेयर बॉब पार्कर ने रेडियो न्यूजीलैंड को बताया कि करीब छह स्थानों पर 100 से ज्यादा लोग फंसे हैं। घरों के मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका है। भूकम्प का केंद्र लिटेल्टन हार्बर में था।
ज्ञात हो कि देश में दूसरी बार भूकम्प से इतनी बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। वर्ष 1931 में आए भूकम्प में करीब 256 लोग मारे गए थे।
समाचार एजेंसी डीपीए ने पुलिस के हवाले से बतया कि आपातकालीन सेवाएं आग बुझाने में लगी हैं और मलबे में फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
उल्लेखनीय कि पिछले साल यहां रिक्टर पैमाने पर 7.1 तीव्रता का भूकम्प आया था, जिसका केंद्र शहर से 33 किलोमीटर दूर पश्चिम में गहराई में स्थित था। उस समय हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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