शेरी ने ईश-निंदा कानून में संशोधन सम्बंधी विधेयक वापस लिया
समा टीवी पर बुधवार शाम प्रसारित खबर के मुताबिक शेरी ने प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के निर्देश पर विधेयक वापस लिया है।
गिलानी ने मंगलवार को घोषणा की थी कि ईश-निंदा कानून में कोई संशोधन नहीं होगा और वह इस सम्बंध में आशंकाओं को दूर करने के लिए चर्चा के लिए जल्दी ही धार्मिक नेताओं को आमंत्रित करेंगे।
पिछले साल ननकाना साहिब जिले में आसिया बीबी को एक ईसाई महिला की मदद करने पर ईश-निंदा की आरोपी बताया गया था। जब से सरकारी कर्मचारियों ने आसिया का समर्थन शुरू किया है तब से मौजूदा शासन धार्मिक व राजनीतिक दलों के निशाने पर है।
पंजाब प्रांत के राज्यपाल सलमान तासीर आसिया के प्रति सहानुभूति दर्शाने जेल भी गए थे।
तासीर ने कहा था, "उन्हें बिना किसी आधार के निशाना बनाया गया और हम राष्ट्रपति से उन्हें क्षमा देने के लिए कहेंगे।"
तासीर के इस बयान की पाकिस्तान के धार्मिक नेताओं ने कड़ी निंदा की थी। उनका मानना था कि तासीर ने ईश-निंदा की आरोपी का समर्थन कर खुद भी ईश-निंदा की है।
तासीर के इस बयान के बाद उनकी जिंदगी के लिए खतरा पैदा हो गया और चार जनवरी उन्हीं के सुरक्षाकर्मी ने उनकी हत्या कर दी थी।
धार्मिक पार्टियां तासीर द्वारा मुसलमानों की भावनाएं आहत किए जाने की बात को आधार बनाकर उनकी हत्या को जायज ठहराने की कोशिश कर रही हैं, जिसे देखते हुए सरकार ने ईश-निंदा कानून में संशोधन से अपने हाथ खींच लिए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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