क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

डॉलर के बहाने चीन ने अमेरिका को ललकारा

By Jaya Nigam
Google Oneindia News

वाशिंगटन। अमेरिका ने हाल ही में चीन के अफ्रीका महाद्वीप में बढ़ते प्रभुत्व को लेकर अपनी चिंता जताई थी। अमेरिका ने इस बात की आशंका जताई थी कि चीन का बढ़ता प्रभुत्व आने वाले समय में दुनिया के लिए खतरा साबित हो सकता है। इसके अलावा चीन के अपने घरेलू व्यापार में दी जाने वाली सब्सिडी के लिए भी अमेरिका ने चीन को दोषी ठहराते हुए उसे डब्लूटीओ में घसीटने की चेतावनी दी थी।

चीन अमेरिका के अब तक सभी आरोपों को अपनी सफाई देकर खारिज करता रहा लेकिन अब चीन ने अमेरिकी मुद्रा डॉलर का वर्चस्व कमजोर पड़ने के बहाने अमेरिका पर पलटवार किया है। चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ ने कहा है कि वैश्विक मौद्रिक तंत्र में अमेरिकी डॉलर का प्रभुत्व अब बीती बात हो गई है। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के लिए अमेरिका रवाना होने से पहले जिंताओ ने एक अमेरिकी समाचार पत्र

को दिए साक्षात्कार में यह बात कही। अमेरिकी समाचार पत्र 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' और 'वाशिंगटन पोस्ट' को दी गई लिखित प्रतिक्रियाओं में जिंताओ ने कहा, "इस बात से कोई इंकार नहीं है कि हमारे बीच कुछ संवदनशील मुद्दे हैं और कुछ मतभेद मौजूद है। हम मजबूत चीन-अमेरिका सम्बंध चाहते हैं और टकराव से दूर रहना चाहते हैं।"

उल्लेखनीय है कि जिस तरह के तेवर के साथ जिंताओ, बराक ओबामा से मिलने आए हैं, उससे ये तो नहीं लगता कि चीन किसी भी मामले में अमेरिका से किसी तरह का समझौता करने के लिए तैयार है। बल्कि जिंताओं की बातों से तो ऐसा लगता है मानो वो अमेरिका को चीन की खुली चुनौती देने अमेरिका आए हों।

English summary
Chinese President Hu Jinto has come in America to meet with American President Barack Obama. Jinto said to American Media that Dollar is becoming weak day by day.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X