अमेरिकी याचिका को चुनौती देगा पाकिस्तान
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा है कि वह उस अमेरिकी याचिका को अदालत में चुनौती देगा, जिसमें 2008 के मुम्बई हमलों के लिए इंटर-सर्विसिज इंटेलीजेंस (आईएसआई) पर मदद मुहैया कराने का आरोप लगाया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है, "पाकिस्तान सरकार ने आईएसआई और इसके वर्तमान व पूर्व महानिदेशकों के खिलाफ दायर याचिका का सख्ती से विरोध करने का दृढ़ निश्चय किया है।"
यह कानूनी याचिका हमले में पीड़ित दो अमेरिकी नागरिकों के रिश्तेदारों की ओर से दायर की गई है।न्यूयार्क की एक अदालत ने आईएसआई प्रमुख जनरल अहमद शुजा पाशा और अन्य अधिकारियों को नवम्बर में नोटिस जारी किया था।अदालत ने हमले की साजिश रचने के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कमांडर, जकीउर रहमान लखवी और जमात-उद दावा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज सईद को भी नोटिस जारी किया था।मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, "पाकिस्तान सरकार और वाशिंगटन स्थित पाकिस्तानी दूतावास आईएसआई और उसके महानिदेशकों की ओर से कानूनी याचिका को पूर्णरूप से और उचित तरीके से चुनौती देगा।"
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने भी नेशनल एसेम्बली में कहा था, "हमें विश्वास नहीं होता कि पाकिस्तान सरकार की एक एजेंसी के रूप में आईएसआई को या इसके वर्तमान और पूर्व अधिकारियों को अमेरिकी अदालतों में कानूनी याचिका का सामना करना पड़ सकता है। हम इस याचिका को रद्द करवाने के लिए उचित कदम उठाएंगे।"
26 पृष्ठों की यह कानूनी याचिका पिछले सप्ताह ब्रुकलिन की एक अदालत में रब्बी गैव्रिएल नोच होल्त्जबर्ग और उनकी गर्भवती पत्नी रिवेका के परिजनों की ओर से दायर की गई है। वे दोनों मुम्बई हमले में मारे गए 166 लोगों में शामिल थे।इस दम्पति का एक बच्चा, मोशे इस हमले में बच गया था।याचिका में आरोप लगाया गया है कि आईएसआई ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन, लश्कर-ए-तैयबा को "हमले के लिए महत्वपूर्ण साजिश रचने, सामग्री सहयोग, नियंत्रण और समन्यवयन उपलब्ध कराया था।" याचिका में लश्कर-ए-तैयबा का भी नाम शामिल है।
अदालत ने आईएसआई प्रमुख पाशा के अलावा उनके पूर्ववर्ती लेफ्टिनेंट जनरल नदीम ताज और आईएसआई अधिकारियों, मेजर समीर अली, आजम चीमा और मेजर इकबाल को भी नोटिस भेजा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।