गिलानी ने केंद्र सरकार से वार्ता के लिए शर्ते रखीं
हुर्रियत के एक धड़े के नेता गिलानी ने श्रीनगर के ऊपरी हैदरपोरा इलाके में स्थित अपने आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अलगाववादी नई दिल्ली के साथ वार्ता में केवल तभी शामिल होंगे जब उनकी यह शर्त स्वीकार कर ली जाएगी।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षण में कश्मीर से सेना हटाने की भी मांग की।
गिलानी ने कहा कि सार्थक वार्ता की प्रक्रिया शुरू करने का माहौल बनाने के लिए कश्मीर में लागू सभी कड़े कानून हटाए जाने चाहिए, राजनीतिक कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए, उनके खिलाफ लगे आरोपों को वापस लिया जाए और हत्याओं में शामिल सेना, अर्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस के जवानों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने चाहिए।
अलगाववादियों के बंद और सरकार के कर्फ्यू लगाने के कारण पिछले दो महीनों से कश्मीर घाटी वस्तुत: बंद है। घाटी में 11 जून से जारी हिंसा में अब 65 लोगों की मौत हो चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।