'भारतीय पंडाल में चीनी हस्तक्षेप नहीं'
नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने रविवार को मीडिया में आई उस खबर से इंकार कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि चीनी अधिकारियों ने शंघाई में चल रहे वर्ल्ड एक्सपो 2010 में भारतीय पंडाल से भारतीय नक्शे वाले ब्रोशर जब्त कर लिए हैं।
एक राष्ट्रीय दैनिक ने खबर दी है कि चीन के पब्लिक सिक्युरिटी ब्यूरो के अधिकारियों ने अचानक भारतीय पंडाल का जुलाई महीने में दौरा किया था। उन अधिकारियों ने उन ब्रोशर्स को जब्त कर लिया, जिसमें भारतीय नक्शे चित्रित थे। क्योंकि उनमें अरूणाचल प्रदेश भारत के हिस्से के रूप में प्रदर्शित था, जिस पर बीजिंग अपना दावा करता है।
खबर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने इस बात से इंकार किया कि वहां इस तरह की कोई घटना घटी थी।
विष्णु प्रकाश ने कहा, "इस खबर का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है। शंघाई एक्सपो में हमारे पंडाल की कार्यप्रणाली में कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है।"
यह खबर ऐसे समय में सामने आई है, जब भारत ने शुक्रवार को चीन के साथ सभी भावी रक्षा आदान-प्रदान स्थगित कर दिया। चीन ने भारतीय सेना के एक जनरल का स्वागत करने से इंकार कर दिया है, क्योंकि जम्मू एवं कश्मीर उसके कमान के अधीन है।
ज्ञात हो कि उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस.जसवाल को एक नियमित उच्चस्तरीय रक्षा आदान-प्रदान के लिए चीन जाना था। लेकिन चीन ने उन्हें इसलिए वीजा देने से इंकार कर दिया, क्योंकि जम्मू एवं कश्मीर उनके कमान के अधीन है। उत्तरी कमान पर पाकिस्तान और चीन के साथ लगी सीमा की रखवाली का जिम्मा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।