राष्ट्रमंडल खेल : प्रधानमंत्री ने कहा देशवासियों को अच्छे आयोजन की आस (लीड-3)
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, "प्रधानमंत्री ने रविवार को नेहरू स्टेडियम का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने स्टेडियम को शानदार बताया और साथ ही इसे पूरी तरह तैयार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को अपने प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री के मुताबिक देशवासी राष्ट्रमंडल खेलों के शानदार आयोजन की आशा कर रहे हैं।"
प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब देश में होने वाले अब तक के सबसे बड़े खेल आयोजन के शुरू होने में सिर्फ 35 दिन रह गए हैं। प्रधानमंत्री दोपहर को स्टेडियम पहुंचे। उनके साथ आयोजन समिति के अधिकारी थे। इस स्टेडियम में उद्घाटन और समापन समारोह का आयोजन होना है। इस स्टेडियम के पुनर्निर्माण में 9.6 अरब रुपये खर्च हुए हैं।
प्रधानमंत्री के साथ खेल मंत्री मनोहर सिंह गिल और आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी भी थे। प्रधानमंत्री को खेल परिसर की मुख्य सुविधाओं को दिखाया गया। इसमें खेल क्षेत्र, मीडिया सुविधाएं, वीआईपी बॉक्स, दर्शकों के लिए बनाए गए स्टैंड, सुरक्षा और अन्य इंतजामात शामिल हैं।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "प्रधानमंत्री लगभग 25 मिनट तक स्टेडियम में रहे और तैयारियों को लेकर अधिकारियों से बात की।" इस स्टेडियम के मध्य में 40 टन का एक स्टेज बनाया जाना है। इसका काम सितंबर के मध्य में शुरू किया जाएगा।
प्रधानमंत्री का स्टेडियम दौरा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा दो दिन पहले दिए गए उस बयान के बाद हुआ है, जिसमें शीला ने स्टेडियम में जारी कार्यो के पूर्व निर्धारित तिथि -31 अगस्त तक पूरा नहीं हो पाने की घोषणा की थी।
शीला ने कहा था कि खेलों के लिए राजधानी 15 सितंबर तक तैयार हो जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि तैयारियों में बारिश और जलजमाव के कारण देरी हुई लेकिन बारिश थमते ही निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी।
प्रधानमंत्री ने दो सप्ताह पहले अपने आवास पर आयोजन से जुड़े तमाम मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। तैयारियों पर चर्चा के अलावा प्रधानमंत्री ने स्टेडियमों का दौरा करने के संकेत दिए थे।
आयोजन समिति पर अनियमितता और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों के बाद बुलाई गई उस बैठक में प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा था कि तैयारियों को लेकर किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए क्योंकि इस समय 'पूरी दुनिया की नजरें' भारत पर टिकी हैं।
केंद्रीय खेल मंत्री मनोहर सिंह गिल ने भी बीते दिनों राज्यसभा में कहा था कि प्रधानमंत्री इस महीने के अंत में तैयारियों का जायजा लेने के लिए स्टेडियमों का दौरा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री की बैठक के बाद आयोजन से जुड़े कार्यो की देखरेख की जिम्मेदारी 10 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को सौंप दी गई थी। इन अधिकारियों को एक-एक आयोजन स्थल की जिम्मेदारी दी गई थी। इन अधिकारियों का नेतृत्व कैबिनेट सचिव कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव तैयारियों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी मुहैया कराते हैं।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सुधार और पुनर्निर्माण कार्य दो वर्ष आठ महीने पहले शुरू किया गया था लेकिन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने इन कार्यो को पूरा करने की अंतिम तारीख में कई बार तब्दीली की। बीते 28 जुलाई को इस स्टेडियम को राष्ट्र को समर्पित किया गया था लेकिन इसके बावजूद यहां कई स्तर पर कार्य अधूरे रह गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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