भारत का गैस पाइपलाइन पर ईरान से वार्ता का प्रस्ताव
नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने पाकिस्तान से होकर ईरान के गैस क्षेत्र से आने वाली प्रस्तावित पाइपलाइन में हिस्सेदारी से इंकार नहीं किया है और उसने ईरान के साथ इस दिशा में आगे वार्ता का प्रस्ताव रखा है। मंगलवार को राज्य सभा में यह जानकारी दी गई।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री जतिन प्रसाद ने सदन को बताया, "जहां तक आईपीआई (ईरान-पाकिस्तान-भारत) पाइपलाइन का सवाल है तो मैं सदन को आश्वासन देना चाहता हूं कि हम अब भी इस दिशा में काम कर रहे हैं। इसे अस्वीकृत नहीं किया गया है।"
उन्होंने कहा कि इस दिशा में ऐसे कई तकनीकी मुद्दे हैं जिनका समाधान निकाला जाना बाकी है। उन्होंने कहा, "जब तक भारत को सीमा पर गैस आपूर्ति, गैस के मूल्य और सुरक्षा संबंधी चिंताएं दूर कर आश्वस्त नहीं किया जाएगा तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते. इन समस्याओं के समाधान के लिए एक निर्धारित समय सीमा बता पाना मुश्किल है।"
प्रसाद ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के साथ आर्थिक संबंधों के खिलाफ रोक लगा रखी है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारत के अन्य देशों के साथ संबंध उसके अपने हितों पर आधारित होते हैं।
उन्होंने कहा, "भारत ने तेल और गैस पर बने भारत-ईरान संयुक्त कार्य समूह और इस परियोजना के लिए गठित भारत-ईरान विशिष्ट संयुक्त कार्य समूह की बैठक का प्रस्ताव रखा है।"
इस साल अप्रैल में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा चिंता का एक प्रमुख विषय है और पाइपलाइन को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
ईरान और पाकिस्तान ने गैस पाइपलाइन के लिए एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों देशों का कहना है कि यदि भारत जल्दी ही इसके प्रति अपनी सहमति नहीं जताता है तो तीसरे देश के रूप में चीन को इस परियोजना में शामिल किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।