गुरुवार को आसमान से उल्का पिंडों की होगी बौछार
आकाशीय गतिविधियों में रुचि रखने वाले लोग गुरुवार की देर रात दो बजे पूर्वोत्तर की ओर 100 से अधिक उल्का पिंडों को आसमान में देदीप्यमान अवस्था में देख सकते हैं। यह दृश्य एक सेकंड में समाप्त हो जाएगा और तारों जितना ही चमकदार होगा।
साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स (एसपीएसीई) के निदेशक चंद्रभूषण देवगन ने कहा, "परसीड्स एक अति विश्वसनीय और वर्ष का एक शानदार उल्का वृष्टि है और 12 अगस्त की रात या 13 अगस्त की सुबह तड़के यह अपने चरम पर होगा।"
परसीड उल्का वृष्टि हर वर्ष 25 जुलाई और 18 अगस्त के बीच होती है। यह परसीड्स नक्षत्र से पैदा होते हैं। उल्का वृष्टि को देखने के लिए किसी दूरबीन की आवश्यकता नहीं होती।
प्लेनेटरी सोसायटी के एन.एस. रघुनंदन ने कहा, "उल्का वृष्टि को खुली आंखों से देखा जा सकता है। आपके पास देखने के लिए पूरा आसमान खुला है। लिहाजा प्रकाश प्रदूषण से बचने की कोशिश करें।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।