कश्मीर घाटी में बदतर हुए हालात, कर्फ्यू जारी
श्रीनगर। धरती का स्वर्ग मानी जाने वाली कश्मीर घाटी के बिगड़ते हालात अब रोज की बात हो चुके हैं। बंद, कर्फ्यू, हिंसा, गोलीबारी, पत्थरबाजी, कश्मीर की नियति बन चुके हैं। दो दिन पहले श्रीनगर में हुई हिंसा में सुरक्षा बलों की गोलीबारी से मरे 6 लोगों के मारे जाने के बाद लगा कर्फ्यू रविवार को भी जारी है।
वाहनों पर लाउडस्पीकर लगाकर पुलिस पूरे शहर में कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा कर रही है। अलगाववादियों ने लोगों की मौत के विरोध में पूरी घाटी में बंद का आह्वान किया है, इससे नागरिकों की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। घाटी में पिछले 55 दिनों से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। घाटी के अन्य शहरों में भी कर्फ्यू लागू होने की खबरें हैं।
पुराने शहर के एक निवासी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि कर्फ्यू और प्रतिबंध रोजाना की बात हो गए हैं। जिस दिन कर्फ्यू नहीं होता अलगाववादी बंद का आह्वान कर देते हैं। उन्होंने कहा, "मेरी बेटी एक स्थानीय चिकित्सा महाविद्यालय से पढ़ाई कर रही है और उसकी परीक्षा एक बार फिर टल जाएगी।"
अधिकारियों का कहना है कि सर्वाधिक खराब स्थिति में कानून और व्यवस्था को लागू करने के लिए कर्फ्यू का सहारा लिया जाता है। रिपोर्टों में कहा गया है कि भीड़ ने जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर पेड़ों को गिराकर उसे कई जगह बंद कर दिया। अलगाववादियों ने विरोध प्रदर्शन, बंद और रैली का आह्वान किया है और उनका मूल उद्देश्य युवाओं को हिंसा के लिए भड़काना है।