एचएएल ने हॉक्स विमानों के उत्पादन के लिए सौदा तय किया
एचएएल के अध्यक्ष एवं कार्यकारी निदेशक अशोक नायक ने आईएएनएस से कहा, "कुल 5,110 करोड़ रुपये (70 करोड़ पाउंड) के समझौते पर सहमति बनी है। इस सौदे के लिए समझौते पर हस्ताक्षर गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के उपस्थिति में किए जाएंगे।"
इस पूरे सौदे में से 50 करोड़ पाउंड बीएई सिस्टम्स के लिए हैं और बाकी 20 करोड़ पाउंड इंजन निर्माता रॉल्स-रॉयस के हिस्से में हैं। इस समझौते से ब्रिटेन में 200 लोगों के लिए रोजगार निर्मित होंगे।
बीएई अध्यक्ष डिक ओल्वर, रॉल्स-रॉयस के अध्यक्ष डेन कॉर्ट और एचएएल अध्यक्ष अशोक नायक के द्वारा इस सौदे को मंजूर किए जाने के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन और ब्रिटेन के व्यापार सचिव विन्स केबल भी मौजूद थे।
कैमरन ने इस अवसर पर कहा, "एचएएल, बीएई सिस्टम्स और रॉल्स रॉयस के बीच हुए इस सौदे से मैं काफी खुश हूं, यह भारत और ब्रिटेन के बीच बेहतरीन रक्षा और औद्योगिक साझेदारी का उदाहरण है। यह समझौता होने पर दोनों देशों को इसका लाभ मिलेगा।"
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने शुरुआत में दिए गए 66 हॉक्स विमानों में से 39 को अपने प्रशिक्षण विमानों के बेड़े में शामिल कर लिया है। इनमें से 24 तैयार रूप में खरीदे गए हैं और 15 का निर्माण बीएई से लाइसेंस लेकर एचएएल ने किया है।
नायक ने कहा, "हम कुल 42 विमान बना रहे हैं जिनमें से हमने 15 वायुसेना को सौंप दिए हैं बाकी विमानों की आपूर्ति भी निर्धारित समय पर कर दी जाएगी।"
यहां से 750 किलोमीटर दूर स्थित वायुसेना के बीदर हवाई अड्डे में इन प्रशिक्षण विमानों का बेड़ा स्थापित किया गया है। यहां वायुसेना के जवानों को विमान उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे सुखोई, मिराज, मिग और जगुआर जैसे अत्याधुनिक विमान उडा सकें।
भारतीय रक्षा खरीद परिषद ने अगस्त 2008 में इन 57 हॉक्स विमानों की खरीद की अनुमति दी थी जिनमें वायुसेना के लिए 40 और भारतीय नौसेना के लिए 17 विमान शामिल थे। इस सौदे की कीमत 8,000 करोड़ रुपये थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।