उत्तर कोरिया की पूर्व जासूस पहुंचीं जापान
किम ह्योन हुई ने वर्ष 1987 में कोरिया एयर जेटलाइनर को उड़ा दिया गया था जिसमें 115 लोग मारे गए थे।
जापानी रेडियो एनएचके के मुताबिक किम हवाईअड्डे से ही जापान के मध्य में स्थित कारूइजाआ के लिए रवाना हो गई।
गौरतलब है कि वर्ष 2001 में उत्तर कोरिया ने 13 जापानी नागरिकों को अगवा करने की बात स्वीकार की थी। जापानियों को 1970 से 1980 के बीच अगवा किया गया था। बाद में पांच जापानियों को वापस जाने की अनुमति दे दी गई।
प्योंगयांग के मुताबिक आठ लोग पहले ही मर चुके थे, लेकिन जापान की सरकार का कहना है कि उत्तर कोरिया की सरकार इस संबंध में अभी तक कोई ठोस सबूत प्रस्तुत नहीं कर पाई है।
अगवा किए गए जापानी नागरिकों के परिजनों को उम्मीद है कि किम उनके बारे में कुछ नई जानकारियां उपलब्ध कराएंगी।
बम विस्फोट के बाद किम को बहरीन में गिरफ्तार कर दक्षिण कोरिया भेज दिया गया था जहां वर्ष 1989 में से मौत की सजा सुनाइे गई थी। बाद में राष्ट्रपति ने उनकी सजा माफ कर दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।